वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में 13 छात्रों के निलंबन का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। विगत साल आईआईटी बीएचयू में छात्रा के साथ हुए गैंगरेप के विरोध के दौरान हुए एबीवीपी और ज्वाइंट एक्शन कमेटी (आइस, भगत सिंह छात्र मोर्चा और एनएसयूआई) के छात्रों में हुए मारपीट को लेकर विश्वविद्यालय ने कार्रवाई किया है। विश्वविद्यालय की तरफ हुए कार्रवाई को एकतरफा बताकर छात्रों ने प्रदर्शन किया। निलंबन को लेकर विपक्ष की राजनैतिक दल भी इसे एकतरफा कार्रवाई बताया है। आरोप है, कि दो छात्र संगठन के कार्यकर्ताओं में मारपीट हुए, लेकिन कार्रवाई केवल ज्वाइंट एक्शन कमेटी से जुड़े छात्रों पर किया गया है। वही पुलिस ने भी एकतरफा कार्रवाई करते हुए एक पक्ष की तहरीर को एक्सेप्ट करते हुए मुकदमा दर्ज किया, लेकिन एबीवीपी के कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज नही किया गया। ऐसे में मारपीट की घटना की समीक्षा के बाद 13 छात्रों के निलंबन के खिलाफ छात्रों के साथ सपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने न्याय मार्च निकाल विरोध दर्ज करवाया।
समाजवादी पार्टी ने एकतरफा कार्रवाई के खिलाफ बड़े आंदोलन की दी चेतावनी
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों के निलंबन को लेकर समाजवादी पार्टी, कांग्रेस सहित तमाम विपक्ष के नेताओं ने कार्रवाई की आलोचना किया। सोमवार की शाम काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सिंह द्वार पर जुटे नेताओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया। इस मौके पर समाजवादी पार्टी के नेता सत्यप्रकाश सोनकर ने कहा कि बीएचयू और पुलिस प्रशासन छात्रों के साथ तानाशाही रवैया अपना रही है। विश्वविद्यालय ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए विपक्ष के छात्र संगठन से जुड़े छात्रों को निलंबित किया, तो वही पुलिस ने मारपीट की घटना में सिर्फ एक पक्ष पर कार्रवाई किया। जबकि विपक्ष के छात्र संगठन के कार्यकर्ता विगत एक साल से मुकदमा दर्ज करवाने के लिए थाने का चक्कर लगा रहे है। सपा नेता सत्यप्रकाश सोनकर ने कहा कि विश्वविद्यालय ने 13 छात्रों का निलंबन यदि वापस नहीं लेता है, तो आगे सभी विश्वविद्यालय के छात्रों को संगठित कर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
आईआईटी बीएचयू में हुआ था छात्रा के साथ गैंगरेप, पकड़े गए थे बीजेपी आईटी सेल से जुड़े पदाधिकारी
आईआईटी बीएचयू में वर्ष 2023 में एक छात्रा के साथ तीन लोगो ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। मामले को लेकर छात्र संगठनों और विपक्ष के नेताओं ने आईआईटी बीएचयू और पुलिस प्रशासन के साथ बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। घटना के करीब 6 महीनो के बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। गैंगरेप के तीनों आरोपी वाराणसी में बीजेपी आईटी सेल के पदाधिकारी निकले। वही विगत महीने गैंगरेप के दो आरोपियों को कोर्ट से जमानत मिल गई, जबकि एक आरोपी अभी भी जेल में है। वही इन सबके बीच बीएचयू प्रशासन ने घटना के दौरान हुए प्रदर्शन और मारपीट के मामले में कार्रवाई किया। 13 छात्रों को अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित कर दिया गया।