लखनऊ के निगोहा गांव में उस वक्त भावुक और उत्सव जैसा माहौल बन गया जब 22 साल पहले खोया बेटा सोनू अचानक अपने पैतृक घर लौट आया। सोनू महज 12 साल की उम्र में दिल्ली में चाचा के घर से लापता हो गया था। वजह थी – पढ़ाई से बचने की जिद।

बचपन में खोया, जवानी में मिला
सोनू ने पढ़ाई से बचने के लिए घर छोड़ दिया और मुंबई चला गया, जहां उसने पार्सल और ट्रांसपोर्ट सेक्टर में काम किया। इतने सालों में न परिवार को कोई खबर मिली, न ही किसी को उम्मीद थी कि वह कभी लौटेगा। लेकिन किस्मत ने फिर करवट ली और सोनू 22 साल बाद अपने गांव निगोहा लौट आया।

मां ने नहीं पहचाना, कहानी ने जोड़ा रिश्ता
जब सोनू घर पहुंचा तो मां ने उसे पहचानने से इनकार कर दिया। लेकिन जब सोनू ने अपने बचपन की कहानियां और यादें सुनाईं, तो मां की आंखों से आंसू रुक नहीं सके। पिता रामेश्वर के लिए यह दिन दिवाली से कम नहीं था।

गांव में जश्न, उमड़ी भीड़
सोनू को देखने के लिए निगोहा ही नहीं, आस-पास के गांवों से भी लोगों की भीड़ जुट गई। पूरे गांव में भावनात्मक माहौल और खुशी की लहर फैल गई। 22 साल बाद परिवार को उसका खोया सदस्य मिलने की खबर ने हर किसी को भावुक कर दिया।

मरा हुआ' बेटा निकला जिंदा! सोनू की घर वापसी ने सबको रुला दिया | Emotional Story |

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