Uttar Pradesh: ललितपुर जिले में गौशालाओं में भूसा सप्लाई को लेकर बड़े घोटाले का मामला सामने आया है। आरोप है कि शिव इंटरप्राइजेज ने फर्जी टेंडर और फर्जी टर्नओवर प्रमाण पत्र के जरिए सप्लाई का ठेका हासिल किया, लेकिन CDO कमल कुमार पांडेय और अन्य अधिकारियों की लापरवाही के कारण अब तक कोई FIR दर्ज नहीं की गई।

FIR दर्ज करने का दिया आश्वासन

अब इस मामले में उत्तर प्रदेश के मंत्री धर्मपाल सिंह का बयान सामने आया हैं। उन्होने कहा है कि इस मामले की जांच कराई जाएगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने FIR दर्ज करने का भी आश्वासन दिया है।

CDO और CVO पर सवाल

वही CDO और CVO ने स्वीकार किया कि घोटाला हुआ है, लेकिन अब तक शिव इंटरप्राइजेज के खिलाफ केवल खानापूर्ति करते हुए उसे ब्लैकलिस्ट किया गया है। इसके अलावा, फर्जी टर्नओवर प्रमाण पत्र लगाने पर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

आइए अब जान लेते हैं इस घोटाले की मुख्य बातें….

गौशालाओं में भूसा सप्लाई के लिए शिव इंटरप्राइजेज ने फर्जी दस्तावेज जमा किए। वही CDO कमल कुमार पांडेय पर आरोप है कि उन्होंने भ्रष्टाचारियों को बचाने का प्रयास किया। इतना ही नहीं घोटाले की पुष्टि होने के बावजूद, अब तक शिव इंटरप्राइजेज पर FIR दर्ज नहीं की गई। इतना सब कुछ होने के बावजूद कंपनी को केवल ब्लैकलिस्ट किया गया है। ऐसे में जांच की मांग तेज हो गई हैं। स्थानीय जनता और विपक्ष ने इस मामले में सख्त जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।

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