उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां यूपी एसटीएफ को बड़ी सफलता मिली है। दरअसल, एसटीएफ ने अवैध पिस्टल बनाने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के सरगना समेत 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस दौरान आरोपियों के पास से टीम को पिस्टल बनाने की मशीन के साथ बड़ी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं।
बिहार के एक्सपर्ट कारीगरों से बनवाते थे पिस्टल
जानकारी के मुताबिक, आरोपियों के द्वारा बिहार के एक्सपर्ट कारीगरों से अवैध पिस्टलों का निर्माण कराया जाता था। जिसके बाद तस्करों के माध्यम से राज्यों में सप्लाई कराया जताया था। वहीं पकड़े गए आरोपियों में शुभम सिंह, अनुज सिंह, संजीव पोदार और प्रदीम शर्मा का नाम शामिल है। इस दौरान पुलिस को अवैध पिस्टल बनाने वाली ब्रिज लीवर हैंड ड्रिल मशीन, बेस फिनिशिंग मशीन, पोर्टेबल बेल्डिंग मशीन और इलेक्ट्रानिक बैरल ड्रिल मशीन के साथ कई अवैध पिस्टल बरामद हुए हैं।
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने किया खुलासा
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में शुभम सिंह और अनुज सिंह ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि हम लोग काफी समय से अवैध पिस्टल बनाकर अन्तर्राज्यीय स्तर पर सप्लाई करते थे। इस दौरान बिहार के निवासी सद्दाम से मुलाकात हुई, जिसने बड़े पैमाने पर काम करने की सलाह दी। जिसके बाद पिस्टल बनाने वाली इलेक्ट्रानिक मिलिंग मशीन व इलेक्ट्रानिक बैरल ड्रिल मशीन को दिल्ली से एवं अन्य उपकरणों को कानपुर जिले से खरीद कर बांदा जिले के कोतवाली और अतर्रा थान अंतर्गत इलाके में स्थापित किया। वहीं इसके बाद सद्दाम से मिलकर मुंगेर से दो एक्सपर्ट कारीगरों को बुलाकर पिस्टलों की फिनिशिंग का काम कराने लगे। आरोपियों ने बताया कि कारीगरों को प्रति पिस्टल पर 6 हजार रुपए दिया जाता था।