Lucknow: हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद उत्तर प्रदेश में बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई तेज कर दी गई है। पाकिस्तानियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के बाद अब सरकार ने बांग्लादेशी और रोहिंग्या लोगों को भी देश से वापस भेजने का फैसला लिया है।
घुसपैठियों की पहचान
उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की तलाश की जा रही है। कई जिलों में यह पाया गया है कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या लोग अपने नाम बदलकर अवैध रूप से रह रहे हैं। इस अभियान के तहत, जिलों के डीएम, कप्तान और पुलिस कमिश्नरों को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे इन घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू करें।
अवैध गतिविधियों पर काबू
भारत-नेपाल सीमा पर अवैध मदरसों और निर्माणों पर भी कड़ी कार्रवाई जारी है। खासकर, नेपाल सीमा से सटे इलाकों में अवैध निर्माणों पर बुलडोजर कार्रवाई की जा रही है ताकि इन क्षेत्रों में अवैध गतिविधियों पर काबू पाया जा सके।
राज्य सरकार का एक्शन
उत्तर प्रदेश सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि राज्य में किसी भी प्रकार की घुसपैठ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी जो देश की सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं। सरकार के इस कड़े कदम से यह संदेश जा रहा है कि घुसपैठियों के खिलाफ राज्य सरकार का एक्शन पूरी तरह से जारी रहेगा।