सीतापुर के प्राथमिक विद्यालय नदवा में गुरुवार को अनोखा मामला सामने आया। यहां बच्चे अपने ही हेड मास्टर बृजेंद्र कुमार वर्मा को वापस बुलाने की मांग पर अड़ गए। छात्रों ने क्लास में पढ़ाई करने से इंकार कर दिया और स्कूल के गेट पर नारेबाजी शुरू कर दी।

दरअसल, हेड मास्टर बृजेंद्र वर्मा एक विवादित मामले में फंसे हैं और उनकी जमानत याचिका खारिज हो गई है। विभाग ने स्कूल में पढ़ाने के लिए अन्य शिक्षकों को भेजा, लेकिन बच्चे सिर्फ ब्रजेन्द्र वर्मा से ही पढ़ाई करने की जिद पर अड़े रहे।

मामला इतना बढ़ गया कि स्कूल में MLA आशा मौर्या भी पहुंचीं। उन्होंने बच्चों को समझाने की कोशिश की और स्कूल का ताला खुलवाया। लेकिन, बच्चों ने विरोध जारी रखा और यहां तक कि विधायक के खिलाफ नारे भी लगाए। कुछ बच्चों ने उन पर मारपीट का आरोप भी लगाया।

स्कूल में करीब 90 छात्र पंजीकृत हैं, लेकिन विरोध के कारण किसी ने पढ़ाई नहीं की। इसी दौरान धूप में खड़े होकर इंतजार करते-करते एक छात्र नरेंद्र बेहोश हो गया।

विभाग ने व्यवस्था संभालने के लिए एक शिक्षक को स्कूल से अटैच किया है, लेकिन बच्चे कक्षाओं में बैठने को तैयार नहीं हैं। वे लगातार स्कूल के बाहर खड़े होकर अपने हेड मास्टर का इंतजार कर रहे हैं।

यह पूरा मामला अब BSA और शिक्षा विभाग के लिए चुनौती बन गया है। जहां एक ओर बच्चे अपने पसंदीदा शिक्षक की वापसी की मांग कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर विभाग पर स्कूल में पढ़ाई सुचारू रूप से चलाने का दबाव है।

प्रिंसिपल विवाद में आया नया मोड़, शिक्षिका पर मेहरबान थे BSA | Sitapur

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