Shubhanshu Return to Earth from Space. भारत के लिए एक और ऐतिहासिक क्षण तब दर्ज हुआ जब एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष की लंबी और चुनौतीपूर्ण यात्रा पूरी कर सफलतापूर्वक धरती पर वापसी की। 25 जून को अपने अंतरिक्ष मिशन के लिए रवाना हुए शुभांशु शुक्ला करीब 18 दिन अंतरिक्ष में बिताने के बाद अब कैलिफोर्निया के समुद्री क्षेत्र में सकुशल लौट आए हैं। उनकी वापसी रविवार रात एक स्पेसक्राफ्ट की सफल स्प्लैशडाउन लैंडिंग के जरिए हुई, जिसे अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी ने अंजाम दिया।
शुभांशु शुक्ला इस मिशन के दौरान 1.30 करोड़ किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर चुके हैं। करीब 23 घंटे लंबा यह रिटर्न जर्नी अत्यंत संवेदनशील था, जिसे पूरी वैज्ञानिक सतर्कता और तकनीकी सटीकता के साथ अंजाम दिया गया। मिशन के दौरान शुभांशु ने 60 से अधिक वैज्ञानिक प्रयोगों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया, जिनमें बायोलॉजिकल रिसर्च, स्पेस मैटीरियल स्टडीज़ और ग्रैविटी-फ्री इकोसिस्टम में मानव शरीर पर पड़ने वाले प्रभावों की विस्तृत जांच शामिल रही।
अंतरिक्ष में यह उनकी पहली उड़ान थी, लेकिन उनके प्रदर्शन को देखकर वैज्ञानिक समुदाय में उत्साह है। शुभांशु ऐसे दूसरे भारतीय बने हैं जिन्होंने इतने बड़े अंतरिक्ष मिशन को सफलतापूर्वक पूरा किया है। उनसे पहले केवल राकेश शर्मा ने भारत का प्रतिनिधित्व अंतरिक्ष में किया था।
धरती पर वापसी के बाद उन्हें विशेष मेडिकल मॉनिटरिंग में रखा गया है। स्पेसक्राफ्ट के समुद्र में उतरने के बाद उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला गया, जहां उनकी हेल्थ जांच की गई और शुरुआती प्रतिक्रिया बेहद सकारात्मक रही।
भारत के प्रधानमंत्री ने भी शुभांशु की वापसी पर ट्वीट कर उन्हें बधाई दी और कहा कि ये भारत की वैज्ञानिक क्षमता और युवाओं की असीम ऊर्जा का प्रमाण है। शुभांशु ने न केवल अंतरिक्ष में भारत का परचम लहराया, बल्कि वैज्ञानिक शोध को भी नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।