Maharashtra Corruption. महाराष्ट्र की राजनीति एक बार फिर बवाल में है। इस बार मामला शिंदे गुट के वरिष्ठ नेता और मंत्री संजय शिरसाट से जुड़ा है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो ने सियासी हलकों में भूचाल ला दिया है, जिसमें शिरसाट के बेडरूम के पास खुले बैग में नोटों के बंडल साफ देखे जा सकते हैं। वीडियो में मंत्री खुद भी नजर आ रहे हैं।
संजय शिरसाट ने वीडियो को लेकर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि वीडियो असली है लेकिन उसमें दिख रहे पैसे उनके नहीं हैं। शिरसाट ने दावा किया कि वीडियो को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है और उन्हें बदनाम करने की साजिश हो रही है। हालांकि इस पर विपक्ष हमलावर है और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहा है।
वीडियो की चर्चा के बीच एक और विवाद ने मंत्री की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। जानकारी के अनुसार, शिरसाट के बेटे द्वारा 120 करोड़ की अनुमानित लागत वाला एक लग्जरी होटल मात्र 65 करोड़ में खरीद लिया गया। इस खरीद प्रक्रिया में कथित रूप से टेंडर गड़बड़ी के आरोप लगे हैं। मामले को लेकर अब महाराष्ट्र एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और राज्य सतर्कता विभाग ने प्राथमिक जांच शुरू कर दी है।
विपक्ष का वार
एनसीपी और कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने इस प्रकरण को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और भाजपा पर हमला बोला है। एनसीपी प्रवक्ता ने कहा ये शिंदे गुट की असली चाल, चेहरा और चरित्र है। मंत्री के घर नोटों की गड्डियां और बेटे को मिल रही रियायती डील्स – ये सब सत्ता का दुरुपयोग नहीं तो क्या है?
सरकार की चुप्पी सवालों के घेरे में
विवादों के बीच अभी तक मुख्यमंत्री शिंदे या उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ओर से कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है। इससे सरकार की नीयत और पारदर्शिता पर भी सवाल उठने लगे हैं।
सोशल मीडिया पर ट्रेंड
ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर ट्रेंड कर रहे हैं। कई यूजर्स ने सवाल उठाए हैं कि क्या भ्रष्टाचार अब इतनी सहजता से कैमरे में आ गया है और क्या सरकार इसमें भी लीपापोती करेगी?
जांच और आगे की कार्रवाई
सूत्रों के अनुसार, वीडियो की फॉरेंसिक जांच की जा रही है और होटल डील से संबंधित दस्तावेजों को भी खंगाला जा रहा है। यदि आरोपों में दम पाया गया तो शिरसाट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हो सकती है।