PM Modi in Lok Sabha. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल उठाकर विपक्ष भले ही मीडिया में हेडलाइन बना सकता है, लेकिन वह देशवासियों के दिलों में कोई स्थान नहीं बना सकता। पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि यह ऑपरेशन भारत की ताकत और राष्ट्रीय सुरक्षा का प्रतीक है और इसकी सफलता पर किसी भी प्रकार के सवाल उठाना भारत की वीरता का अपमान है।

ऑपरेशन सिंदूर से तीन प्रमुख सूत्र तय हुए

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने तीन महत्वपूर्ण सूत्र तय किए हैं…

  1. अगर भारत पर आतंकी हमला हुआ, तो हम अपने तरीके से और अपनी शर्तों पर जवाब देंगे।
  2. कोई भी न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग अब नहीं चलेगी।
  3. आतंकी सरपरस्त सरकारों और आतंक के आकाओं को एक साथ देखा जाएगा।

पीएम मोदी ने कहा, किसी भी अन्य देश ने भारत को अपनी सैन्य कार्रवाई करने से नहीं रोका था।

देशवासियों की एकजुटता पर धन्यवाद

प्रधानमंत्री ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह एक सोची-समझी साजिश थी, जिसका उद्देश्य भारत में दंगे फैलाना था। उन्होंने देशवासियों का धन्यवाद किया, जिन्होंने एकजुटता के साथ उस साजिश को नाकाम कर दिया।

भारत को मिला दुनिया का समर्थन

पीएम मोदी ने कहा कि किसी भी देश ने भारत को अपनी सुरक्षा में कार्रवाई करने से नहीं रोका था। उन्होंने कहा कि यूएन के 193 देशों में से सिर्फ तीन देशों ने पाकिस्तान का समर्थन किया था, जबकि अन्य देशों से भारत को समर्थन मिला। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत को तो दुनिया का समर्थन मिला, लेकिन मेरे देश के वीरों के पराक्रम को कांग्रेस का समर्थन नहीं मिला।

ऑपरेशन महादेव की टाइमिंग पर उठे सवालों का जवाब

प्रधानमंत्री ने कहा कि 9 मई को पाकिस्तान ने करीब 1,000 ड्रोन और मिसाइलों से भारत पर हमला करने की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों ने आसमान में ही उन्हें नष्ट कर दिया। उन्होंने कहा, हमने पाकिस्तान के हमले को रोक लिया, लेकिन अब कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं कि यह ऑपरेशन क्यों हुआ। क्या यह सावन के सोमवार के लिए था? पीएम मोदी ने कहा कि यह सेना का साहस था और इसके बारे में सवाल उठाना गैर जिम्मेदाराना है।

सेना और कांग्रेस पर तंज

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस का पुराना रवैया है सेना की निंदा करना और उसके पराक्रम को कम करना। उन्होंने कहा कि पहले ये लोग कहते थे कि हमला क्यों नहीं कर रहे थे, अब ये कह रहे हैं कि हमला क्यों रोका गया। पीएम मोदी ने आगे कहा कि “वाह रे बयानबहादुरों, दुनिया तुम पर हंस रही है।” उन्होंने कांग्रेस को याद दिलाया कि कैसे जब भारतीय सेना ने डोकलाम में शौर्य दिखाया, तो कांग्रेस चुपचाप ब्रीफिंग देती रही।

पाकिस्तान से हरकत करने पर मिलेगा करारा जवाब

प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर पाकिस्तान ने हमला किया, तो हम उसका जवाब बड़े हमले से देंगे। उन्होंने अमेरिकी उपराष्ट्रपति से कहा था कि अगर पाकिस्तान ने हमला किया तो भारत उसे करारा जवाब देगा। पीएम मोदी ने कहा कि 9-10 मई को भारत ने पाकिस्तान की सैन्य ताकत को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया था।

कांग्रेस पर प्रधानमंत्री का हमला

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि, कांग्रेस को अगर पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करनी थी, तो क्यों नहीं की? 2014 से पहले देश में असुरक्षा का माहौल था। लोग डर के माहौल में जी रहे थे। लेकिन जब हमारी सरकार आई, तो हमने आतंकवाद पर नकेल कसने का काम किया और देश को सुरक्षा का माहौल दिया।

सिंधु जल संधि पर पीएम मोदी का बयान

पीएम मोदी ने कहा कि नेहरूजी ने सिंधु जल संधि की जो गलती की, उसे अब हम सुधार रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत की नदियों का पानी पाकिस्तान को दे दिया गया था, जबकि वह हमारे किसानों का हक था। अब हमने वह गलती सुधार दी है। खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते।

भारत के गौरव गान के साथ दुनिया में सम्मान

प्रधानमंत्री ने लोकसभा में कहा कि दुनिया के देशों ने हमारे पक्ष में खड़ा होकर हमें साहस दिया है, लेकिन अफसोस है कि हमारे ही देश में कुछ लोग पाकिस्तान को क्लीन चिट दे रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस के नेताओं से सवाल किया, क्यों पाकिस्तान को यह क्लीन चिट दे रहे हो? क्या तुमने पाकिस्तान से कोई सबूत देखा है?

भारत का राष्ट्रहित और सुरक्षा पर प्रधानमंत्री का बयान

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत का राष्ट्रहित सर्वोपरि है। उन्होंने कहा, हम शांति और समृद्धि चाहते हैं, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि शांति और समृद्धि की राह शक्ति से ही गुजरती है। भारत अब आत्मनिर्भर हो रहा है और दुनिया में हर जगह सम्मान पा रहा है।

कांग्रेस के राष्ट्रवाद पर पीएम मोदी का सवाल

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस से पूछा कि अगर आप पाकिस्तान से डरते नहीं हैं तो पीओके क्यों नहीं लिया? आपको इसका जवाब देना होगा।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा राष्ट्रवाद के मुद्दे पर समझौता किया है। उन्होंने 2001 में संसद हमले और मुंबई हमले का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस उस समय पाकिस्तानी आतंकवादियों को भगवा आतंकवादी सिद्ध करने में जुटी थी।

आतंकवाद पर कांग्रेस का रवैया

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कांग्रेस के पास कभी भी राष्ट्रीय सुरक्षा का विजन नहीं था। जब आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करनी थी, तो कांग्रेस ने उसे अनदेखा किया। जब हमारी सरकार ने आतंकवाद पर नकेल कसी, तब कांग्रेस ने उसे राजनीति बनाने की कोशिश की।

भारत की रक्षा और आतंकवाद के खिलाफ मजबूत कदम

प्रधानमंत्री ने इस बात को भी स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर और अन्य सैन्य कार्रवाइयों के माध्यम से भारत ने यह साबित कर दिया है कि हम किसी भी देश की आतंकवादी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे और हम अपनी रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे। उन्होंने कांग्रेस से सवाल किया कि क्यों उन्होंने इस तरह के आतंकवादी हमलों को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए।

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