प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीमा सुरक्षा और देश की अखंडता को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि वह पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने संवेदनशील चीन-भारत सीमा पर सड़क और रेलवे नेटवर्क के विस्तार में असाधारण तत्परता दिखाई है। यह बयान उन्होंने भुज के सीमावर्ती जिले से एक लाइव प्रसारण में दिया, जो देश और दुनिया में वायरल हो गया।
निर्भीक और सशक्त नेतृत्व का प्रतीक
प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान, हालांकि कुछ आलोचकों द्वारा फिल्मी संवादों से मिलाया गया, देश के बड़े हिस्से में गर्व का कारण बना। उनके द्वारा इस तरह की भाषा का प्रयोग एक सशक्त और सीधे-सीधे बात करने वाले नेता की छवि को स्थापित करता है। 2001 से अब तक मोदी ने हमेशा ऐसा भाषा इस्तेमाल किया है जो उन्हें उनके समर्थकों के बीच एक मजबूत और निर्णायक नेता के रूप में प्रस्तुत करता है।
मोदी की चुनावी सफलता एक बड़ा प्रमाण
मोदी की इस नेतृत्व शैली को परंपरावादियों द्वारा भले ही आलोचना का सामना करना पड़ा हो, लेकिन लोकतंत्र में वही मायने रखता है, जो जनता तय करती है। मोदी ने आज तक एक भी चुनाव नहीं हारा, और यह उनकी नेतृत्व क्षमता का सबसे बड़ा प्रमाण है।