RahulGandhi in Lok Sabha. लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान विपक्षी नेता राहुल गांधी ने सरकार के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए। राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के हालिया बयान का उल्लेख करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जो जानकारी दी गई, वह देश के लिए चौंकाने वाली थी। राहुल गांधी ने कहा, कल मैंने राजनाथ सिंह का भाषण सुना, जिसमें उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर सुबह 1.05 बजे शुरू हुआ और केवल 22 मिनट बाद पाकिस्तान को फोन करके यह सूचना दी गई कि असैन्य ठिकानों पर हमला किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हम तनाव नहीं बढ़ाना चाहते।

राहुल गांधी ने कहा कि राजनाथ सिंह के बयान से यह स्पष्ट हो गया कि पाकिस्तान के साथ संवाद के बाद भारत सरकार ने अपनी स्थिति को कमजोर किया। उन्होंने यह भी कहा कि इस बयानी को लेकर सरकार को जवाब देना चाहिए। राहुल ने कहा, यह बयान इस बात का संकेत देता है कि हम अपने विरोधी को कमजोर कर रहे हैं, जबकि हमें अपने सैन्य कार्रवाई के पक्ष में सख्त रहना चाहिए।

राहुल गांधी ने आगे कहा, ऑपरेशन सिंदूर के बाद, एक भी देश ने पाकिस्तान की निंदा नहीं की। उन्होंने विदेश मंत्री के बयान को लेकर सवाल उठाया, जिसमें कहा गया था कि तमाम देशों ने आतंकवाद के खिलाफ निंदा की है। राहुल ने कहा, आपको यह नहीं बताया गया कि पहलगाम हमले के बाद कोई भी देश पाकिस्तान के खिलाफ खड़ा नहीं हुआ। पाकिस्तान के सेना प्रमुख अब भी ट्रंप के साथ लंच कर रहे हैं, जबकि हमारी सरकार कह रही है कि पाकिस्तान से हमने आतंकवाद को रोक लिया है। यह सब बेमानी है।

राहुल गांधी ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तंज कसते हुए कहा, अगर प्रधानमंत्री मोदी में इंदिरा गांधी की हिम्मत का 50 प्रतिशत भी है, तो वह कह सकते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप झूठ बोल रहे हैं। राहुल ने कहा कि ट्रंप ने 29 बार यह दावा किया है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उन्होंने पाकिस्तान के साथ सीजफायर करवा दिया था। राहुल गांधी ने यह बयान देकर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की।

ऑपरेशन सिंदूर के बारे में सरकार के बयान से यह साफ हो गया कि यह सैन्य कार्रवाई राजनीतिक इच्छाशक्ति और अनुमति की कमी का शिकार हुई, राहुल गांधी ने यह भी कहा कि ऑपरेशन के दौरान सरकार ने सेना को पूरी तरह से अपनी शक्ति का उपयोग करने की अनुमति नहीं दी।

राहुल गांधी ने कहा, यह सदन में बैठे सभी लोगों ने पाकिस्तान की निंदा की थी। ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत से पहले विपक्ष ने सरकार के साथ खड़े होने का फैसला किया था। हम एकजुट होकर देश की सुरक्षा के लिए खड़े थे। उन्होंने अपनी बात को और स्पष्ट करते हुए कहा कि वह करनाल के एक परिवार से मिले थे, जिनके बेटे सेना में थे और जिन्होंने उन्हें ऑपरेशन सिंदूर की स्थिति के बारे में बताया। राहुल ने कहा कि उस परिवार के साथ वक्त बिताकर उन्हें एहसास हुआ कि सेना को राजनीतिक इच्छाशक्ति और खुली छूट देने की आवश्यकता है ताकि वे अपनी शक्ति का पूरी तरह से इस्तेमाल कर सकें।

राहुल गांधी के बयान ने लोकसभा में हंगामा मचा दिया। विपक्षी नेता ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय सेना को पूरी छूट मिलनी चाहिए थी, लेकिन मोदी सरकार की नीतियों के कारण यह संभव नहीं हो सका।

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