नई दिल्ली: गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) को म्यूचुअल फंड्स (MFs) से फंडिंग में अक्टूबर 2024 में साल-दर-साल (Y-o-Y) 47% की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो ₹2.33 लाख करोड़ तक पहुंच गई। CARE रेटिंग्स के अनुसार, सितंबर 2024 की तुलना में यह बढ़ोतरी 0.3% रही।

फंडिंग के आंकड़े

MF का NBFCs में निवेश: ₹2 लाख करोड़ से अधिक, छह महीने से लगातार बना हुआ है।

वाणिज्यिक पत्र (CPs): ₹1.22 लाख करोड़, एक साल से ₹1 लाख करोड़ के स्तर से ऊपर।

बैंकों का क्रेडिट एक्सपोजर

NBFCs को बैंक लोन: ₹15.4 लाख करोड़ (अक्टूबर 2024), Y-o-Y आधार पर 6.4% की वृद्धि।

मासिक आधार पर वृद्धि: 0.5%

कुल बैंक क्रेडिट में हिस्सेदारी: अक्टूबर 2023 के 9.4% से घटकर अक्टूबर 2024 में 8.9%।

MFs का योगदान

NBFCs में म्यूचुअल फंड्स की ऋण हिस्सेदारी, बैंकों के NBFCs को दिए गए लोन का 15.2% रही, जो अक्टूबर 2023 में 11% थी।

RBI द्वारा नवंबर 2023 में NBFCs को दिए गए बैंक लोन पर जोखिम भार बढ़ाने के बाद, NBFCs को बैंकों का एक्सपोजर अक्टूबर 2024 में स्थिर रहा।

DMart के शेयरों में गिरावट
DMart सुपरमार्केट श्रृंखला संचालित करने वाली Avenue Supermarts के शेयरों में सितंबर 2024 के ₹5,400 उच्चतम स्तर से 30% की गिरावट देखी गई।

कारण: जुलाई-सितंबर तिमाही (Q2FY25) में मध्यम परिणाम, क्विक कॉमर्स (QCom) और Amazon, Flipkart से बढ़ती प्रतिस्पर्धा।

Flipkart Minutes और Amazon Tez ने DMart के मुकाबले कम कीमत पर QCom सुविधा प्रदान की है। Zepto द्वारा ₹900 से ऊपर के ऑर्डर्स पर छूट ने भी DMart को चुनौती दी है। यह आंकड़े NBFCs को मिल रहे वित्तीय समर्थन और DMart के शेयरों पर बाजार में प्रतिस्पर्धा के प्रभाव को उजागर करते हैं।

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