Uttar Pradesh: मिर्जापुर में निवेश के नाम पर 400 करोड़ रुपये की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस मामले में मुख्य आरोपी रोहित दुबे को राजस्थान के भरतपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला कि रोहित, जो MBA कर चुका है, कंबोडिया से एक गैंग चला रहा था और उसने 16 फर्जी कंपनियां बनाकर लोगों से निवेश के नाम पर रुपये जमा करवाए थे।

मिलीभगत से ठगी का चल रहा था गंदा खेल

यह पूरा गैंग प्रयागराज के शशि सिंह के साथ मिलकर ऑपरेट कर रहा था। शशि सिंह और रोहित की मिलीभगत से यह ठगी का खेल चलता था, जहां लोगों को निवेश का झांसा देकर उनके पैसों को ऐंठा जा रहा था। भरतपुर क्राइम थाना पुलिस ने इस मामले का पर्दाफाश करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया और मामले की जांच तेज कर दी है।

लोगों की मेहनत की कमाई

आजकल ये मामले बहुत आम से हो गए हैं… ऐसे मामले आएं दिन आते ही रहते हैं….. हालांकि, यह मामला न केवल एक बड़े वित्तीय धोखाधड़ी को उजागर करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि कैसे कुछ लोग लोगों की मेहनत की कमाई को अपनी हवस और लालच की भेंट चढ़ा देते हैं।

साइबर अपराध और ठगी पर नियंत्रण कब?

रोहित और शशि सिंह जैसे ठगों का गिरोह न केवल बिहार और उत्तर प्रदेश बल्कि अन्य राज्यों में भी सक्रिय था। यह घटना हमारे समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि कैसे साइबर अपराध और ठगी की घटनाओं पर नियंत्रण पाना सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। अब जब इन ठगों का पर्दाफाश हो चुका है, तो यह सवाल उठता है कि क्या आगे से इस तरह के मामलों में और सख्त कदम उठाए जाएंगे?

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