Milkipur By-election: मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में सपा और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। लोकसभा चुनाव में अयोध्या सीट पर बीजेपी को हराने वाली सपा अब इस उपचुनाव को भी अपनी साख को मजबूत करने के लिए एक अहम मौके के रूप में देख रही है। वहीं बीजेपी के लिए यह सीट अपनी खोई साख को वापस हासिल करने का अवसर बन गई है।

सपा ने जारी की स्टार प्रचारकों की सूची

समाजवादी पार्टी (सपा) ने मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए अपनी स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव, डिंपल यादव, आजम खान समेत कुल 40 नेता शामिल हैं। ये नेता मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में सपा उम्मीदवार के लिए प्रचार करेंगे और पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों को जनता तक पहुंचाएंगे। अखिलेश यादव खुद इस चुनाव प्रचार की कमान संभालेंगे और अन्य नेता भी सपा के पक्ष में माहौल बनाने में जुटेंगे।

सपा की रणनीति

मिल्कीपुर उपचुनाव को 2027 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले एक अहम चुनाव माना जा रहा है। सपा की रणनीति स्पष्ट है- किसी भी कीमत पर इस सीट को जीतना और पार्टी का प्रभाव बढ़ाना। इस चुनाव में सपा और बीजेपी दोनों ही अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। सपा ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर यह स्पष्ट कर दिया है कि वह इस चुनाव को कितनी गंभीरता से ले रही है। पार्टी कार्यकर्ताओं और क्षेत्रीय नेताओं को निर्देश दिया गया है कि वे स्टार प्रचारकों के कार्यक्रम को सफल बनाएं और अधिक से अधिक मतदाताओं तक पार्टी का संदेश पहुंचाएं।

भाजपा का भी जोरदार प्रचार

भाजपा भी इस उपचुनाव में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए यह चुनाव एक बड़ी परीक्षा साबित हो सकता है, क्योंकि उन्हें यह साबित करना है कि उनके नेतृत्व में बीजेपी सपा के पीडीए फार्मूले को मात दे सकती है। इस तरह, मिल्कीपुर उपचुनाव अब यूपी की राजनीति में महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।

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