Uttar Pradesh:क्या आप यकीन करेंगे कि एक अस्पताल ने मरे हुए मरीज को कागजों में जिंदा दिखाकर पैसे वसूले? ये सच है, और यह सब हुआ मेरठ के सुभारती मेडिकल अस्पताल में! सुभारती अस्पताल ने आयुष्मान योजना का फायदा उठाने के लिए एक महिला मरीज की मौत के बाद भी उसे जिंदा दिखाया। ये घटना न सिर्फ अस्पताल की लापरवाही को बल्कि सरकारी योजनाओं के दुरुपयोग को भी बेनकाब करती है। क्या अब अस्पताल पर कड़ी कार्रवाई होगी? चलिए, जानते हैं पूरी सच्चाई…”

क्या हैं पूरा मामला?

सुभारती अस्पताल की गंभीर लापरवाही और धोखाधड़ी का मामला अब पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया है। अस्पताल ने एक महिला मरीज की मौत के बाद भी उसे कागजों में जिंदा दिखाकर आयुष्मान भारत योजना का पैसा हड़पने की साजिश रची। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब ग्रीवांस सेल में एक शिकायत मिली, जिसमें अस्पताल पर इलाज में लापरवाही और सरकारी योजनाओं के दुरुपयोग का आरोप लगाया गया था।

क्या हुआ था?

सुभारती मेडिकल अस्पताल में एक महिला मरीज को गंभीर हालत में भर्ती किया गया था, जिसे बाद में इलाज के लिए दिल्ली रेफर किया गया था। दिल्ली में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई, लेकिन सुभारती अस्पताल ने उसे कागजों में जिंदा दिखाया और इलाज जारी दिखाकर आयुष्मान भारत योजना के तहत रकम प्राप्त कर ली।

कागजों में जिंदा और इलाज की गलत रिपोर्ट
दरअसल, जब मरीज को दिल्ली रेफर किया गया, अस्पताल ने कागजों में इलाज को जारी रखने का रिकॉर्ड बनाए रखा, हालांकि मरीज की मौत हो चुकी थी। इस फर्जी रिकॉर्ड के आधार पर अस्पताल ने आयुष्मान योजना के तहत धन प्राप्त किया। अस्पताल ने तीन दिन तक कागजों में मरीज का इलाज चलता रखा और योजना से पैसे वसूले।

घोटाले का खुलासा
इस गंभीर लापरवाही और धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ जब एक शिकायत ग्रीवांस सेल में आई, जिसमें आरोप लगाया गया कि सुभारती अस्पताल ने मरीज की मौत के बाद भी इलाज जारी दिखाया और आयुष्मान योजना का पैसा हड़प लिया। शिकायत के बाद मामले की जांच शुरू हुई, और जांच में यह बात सामने आई कि अस्पताल ने मरीज की मौत को छिपाकर सरकारी योजना का दुरुपयोग किया।

सुभारती अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई
इस मामले के सामने आने के बाद, मेरठ प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है। मेरठ के जिलाधिकारी (DM) ने कहा कि सुभारती अस्पताल के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। अस्पताल के खिलाफ लाइसेंस सस्पेंड करने और आयुष्मान योजना से हड़पे गए पैसों की वसूली की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।

क्या होगा आगे?
डीएम ने बताया कि मामले की पूरी जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, अस्पताल के खिलाफ सरकारी योजनाओं के दुरुपयोग के मामले में सख्त कानूनी कदम उठाए जाएंगे।

अब यह देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और क्या सुभारती अस्पताल के खिलाफ सख्त सजा तय की जाएगी।

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