शामली में कुख्यात कग्गा गैंग के साथ मुठभेड़ में इंस्पेक्टर सुनील कुमार शहीद हो गए। गैंग के साथ हुई मुठभेड़ में घायल हुए सुनील कुमार ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। कग्गा गैंग पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपनी हिंसक गतिविधियों के लिए कुख्यात है और अब तक इस गैंग ने 15 वर्षों में 5 पुलिसकर्मियों की जान ले ली है।
कग्गा गैंग का खौफनाक इतिहास
इससे पहले इस गैंग के हमलों में सिपाही सचिन और बलबीर भी शहीद हो चुके हैं। 2013 में कग्गा गैंग ने सिपाही राहुल ढाका को गोली मारी थी, वहीं सिपाही अंकित तोमर भी इसी गैंग के हमले में घायल हुए थे।
कग्गा गैंग का सरगना मुस्तफा कग्गा, सहारनपुर का रहने वाला था, और पश्चिम यूपी में इसका खौ़फ था। कभी इस गैंग में 25 से ज्यादा शार्प शूटर हुआ करते थे, जिनमें मुकीम काला, वाजिद काला और साबिर जंधेड़ी जैसे अपराधी शामिल थे। 2011 में पुलिस ने मुस्तफा कग्गा को मुठभेड़ में मार गिराया था, लेकिन गैंग के अन्य सदस्य अभी भी सक्रिय हैं। पुलिस प्रशासन इस गैंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है।