नई दिल्ली: महादेव ऑनलाइन बेटिंग स्कैम मामले में EaseMyTrip के CEO निशांत पिट्टी अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच के दायरे में आ गए हैं। अप्रैल महीने में ED ने निशांत पिट्टी और EaseMyTrip के ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें कई अहम दस्तावेज और डिजिटल सबूत बरामद किए गए।
ED ने आरोप लगाया है कि निशांत पिट्टी ने Sky Exchange नाम के अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क से जुड़े लोगों के साथ मिलकर 25 सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों की कीमतों में हेरफेर करने के लिए अवैध फंड का इस्तेमाल किया। जांच के दौरान ₹7 लाख नकद बरामद हुए हैं, जिन्हें संभावित अपराध की आय माना जा रहा है।
इसके अलावा, निशांत पिट्टी पर दो शेल कंपनियों को पैसे भेजने का भी आरोप है, जो ‘एंट्री प्रोवाइडर’ के रूप में काम कर रही थीं। ED का दावा है कि ये कंपनियां Sky Exchange से जुड़ी फर्जी लेन-देन में शामिल थीं और इस मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच की जा रही है।
हालांकि, निशांत पिट्टी ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि ₹7 लाख उनकी घोषित आय का हिस्सा है और उन्होंने कहा, “मैंने कभी इन कंपनियों का नाम तक नहीं सुना।”
ED ने मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम के तहत केस दर्ज कर सभी जब्त दस्तावेज और डिजिटल सबूत कोर्ट में प्रस्तुत कर दिए हैं। जांच अभी भी जारी है और ED ने कहा है कि जल्द ही इस मामले में और विस्तार से कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला ऑनलाइन सट्टेबाजी और शेयर बाजार हेरफेरी की एक बड़ी घटना के रूप में सामने आया है, जिससे वित्तीय सिस्टम की विश्वसनीयता पर सवाल उठे हैं।