Lucknow: क्या आप जो पनीर खा रहे हैं, वो असली है भी या नहीं?……लखनऊ की रसोइयों में ज़हर पहुंचाने की साज़िश एक बार फिर बेनकाब हुई है। मथुरा से लाए गए 850 किलो मिलावटी पनीर को राजधानी के बाजारों में बेचने की तैयारी थी। लेकिन ऐन वक्त पर FSDA की टीम ने छापा मारकर इस मिलावटखोरी पर ब्रेक लगा दिया। रिफाइंड और सिंथेटिक दूध से तैयार इस नकली पनीर को देखकर हर कोई दंग रह गया। सोचिए, अगर ये बाजार में पहुंच जाता, तो न जाने कितने घरों में बीमारी बनकर दस्तक देता।
कैसे हुआ खुलासा?
सूत्रों से मिली जानकारी के बाद FSDA की टीम ने अर्जुनगंज स्थित एक गाड़ी को चेक किया, जिसमें भारी मात्रा में पनीर लदा हुआ था। जांच में सामने आया कि यह पनीर पूरी तरह से नकली और मिलावटी था, जिसे मथुरा से लखनऊ लाया गया था। जांच में पाया गया कि पनीर को तैयार करने में रिफाइंड तेल और सिंथेटिक दूध का इस्तेमाल किया गया था, जो सीधे तौर पर लोगों की सेहत के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है।
सख्त कार्रवाई, जब्त माल नष्ट
FSDA अधिकारियों ने तत्काल प्रभाव से पूरे 850 किलो पनीर को जब्त कर लिया और मौके पर ही नष्ट करवा दिया। वहीं, संबंधित व्यापारी के खिलाफ भी आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा
विशेषज्ञों के मुताबिक, इस तरह के मिलावटी उत्पादों का सेवन करने से पेट संबंधी रोग, फूड प्वाइजनिंग और लंबे समय तक सेवन से लिवर व किडनी को भी नुकसान पहुंच सकता है।
FSDA की अपील
FSDA ने आम जनता से अपील की है कि वे खाने-पीने की वस्तुएं खरीदते समय सतर्क रहें। अगर उन्हें किसी भी उत्पाद की गुणवत्ता पर शक हो तो उसकी सूचना तुरंत विभाग को दें।
इस घटना से एक बार फिर यह साफ हो गया है कि खाद्य सुरक्षा को लेकर लापरवाही अब भी जारी है। लेकिन राहत की बात ये है कि FSDA लगातार सतर्क है और मिलावटखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है। आम जनता की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह जागरूक रहे और अपने स्वास्थ्य से कोई समझौता न करे।