लखनऊ– लखनऊ के मोहनलालगंज, नगराम, निगोहा और गोसाईगंज क्षेत्रों में धर्मांतरण का मामला सामने आया है। सूत्रों के अनुसार, पिछले कुछ दशकों में 1000 से अधिक हिंदू नागरिक ईसाई धर्म अपना चुके हैं। मोहनलालगंज और आसपास के इलाके लंबे समय से धर्मांतरण का केंद्र बने हुए हैं।
जानकारी के अनुसार, धर्मांतरण के लिए 5 चर्च और 100 से अधिक प्रार्थना स्थल बनाए गए हैं। इन स्थलों के माध्यम से आर्थिक मदद, राशन और बीमारियों का झांसा देकर लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जाता है। 1980 और 1990 के दशक में मोहनलालगंज में एक चर्च स्थापित हुआ, जो धीरे-धीरे पूरे इलाके का केंद्र बन गया।
गांव से लेकर कस्बों और खेतों तक प्रार्थना स्थल बनाए गए हैं। इन स्थलों पर महीने में दो बार चंगाई सभा आयोजित होती है। इसके अलावा प्रोजेक्टर पर धार्मिक फिल्में दिखाकर लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए तैयार किया जाता है।
सूत्रों के अनुसार, धर्म परिवर्तन करने के बाद भी कई लोग आरक्षण और अन्य सरकारी लाभ ले रहे हैं। इस वजह से यह मामला सामाजिक और राजनीतिक चर्चा का विषय बन गया है।
लखनऊ के मोहनलालगंज, नगराम, निगोहा और गोसाईगंज क्षेत्र लंबे समय से धर्मांतरण की गतिविधियों का केंद्र रहे हैं। स्थानीय प्रशासन और समुदाय के लिए यह एक संवेदनशील मामला है, जो आने वाले समय में चर्चा का विषय बना रहेगा।