यूपी के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण ने आज लखनऊ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में यूपी पुलिस की दिशा और आगामी रणनीतियों को लेकर कई अहम बिंदुओं पर बात की। उन्होंने कहा कि यूपी की पुलिसिंग की दिशा पहले से स्पष्ट है और इसे जोश के साथ आगे बढ़ाया जाएगा।
डीजीपी ने अपराधियों के खिलाफ अपनी अडिग और निर्णायक कार्रवाई को स्पष्ट किया और कहा, “हम संगठित अपराध के खिलाफ निर्णायक कदम उठाएंगे और महिला अपराध की रोकथाम पर विशेष ध्यान देंगे।”
उन्होंने यह भी बताया कि यूपी पुलिस की “जीरो टॉलरेंस” नीति उनकी आधारशिला है। डीजीपी ने नागरिकों की आवाज को सुनने और जनशिकायतों के निस्तारण को प्राथमिकता देने की बात भी कही, “लॉ एंड ऑर्डर से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और हम हर जिले में शांति व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।”
साइबर अपराध और पुलिस कल्याण पर भी बोले
डीजीपी राजीव कृष्ण ने इस दौरान यह भी स्वीकार किया कि राज्य में साइबर अपराध में काफी इजाफा हुआ है और पुलिस इस दिशा में और ज्यादा सख्त कदम उठाएगी। इसके साथ ही, उन्होंने यूपी पुलिस के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और पुलिस कल्याण पर विशेष ध्यान देने की बात भी की।
“हमारे पास प्रतिभाशाली पुलिस कर्मी हैं और पुलिस सेवा में लगातार सुधार किया जाएगा। हम टेक्नोलॉजी और AI का बेहतर इस्तेमाल करेंगे और इन सर्विस ट्रेनिंग को उच्च प्राथमिकता देंगे,” डीजीपी ने कहा।
नौकरी पर ध्यान, नागरिकों के समाधान के लिए प्रतिबद्ध
डीजीपी राजीव कृष्ण ने स्पष्ट किया कि पुलिसिंग के हर पहलू में सुधार किया जाएगा और उनकी प्राथमिकता जनशिकायतों का निस्तारण करना होगा। उन्होंने यह भी कहा, “नागरिकों की आवाज सुनी जाएगी और समाधान किया जाएगा, ताकि पुलिस सेवा से जनता का विश्वास और बढ़े।”
डीजीपी का यह बयान यूपी पुलिस के लिए एक नई दिशा और प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जिससे राज्य में कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने की उम्मीद जताई जा रही है।