Limits of Brutality Crossed in Lucknow. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ एक बार फिर शर्मसार हुई है। इंसानियत को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है जहां जमानत पर छूटे एक आरोपी ने उसी महिला को दोबारा अपना निशाना बना डाला, जिसने उसके खिलाफ पहले ही गंभीर आरोप लगाए थे।
दुबग्गा थाना क्षेत्र में रहने वाली एक महिला को अंशू मौर्य नामक युवक ने अगवा किया, उसके साथ दुष्कर्म किया और जब पीड़िता ने विरोध किया तो उसकी बेरहमी से पिटाई की। यही नहीं, आरोपी ने पीड़िता के हाथ-पैर बांधकर उसे लखनऊ की आम्रपाली योजना के पास झाड़ियों में फेंक दिया। इस जघन्य वारदात का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें पीड़िता झाड़ियों में बंधी हालत में दिख रही है।
स्थानीय लोगों ने दिखाई मानवता, हालत गंभीर
झाड़ियों में बेसुध पड़ी महिला को देखकर स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है।
पहले भी दर्ज था गंभीर मामला, फिर बनी निशाना
पीड़िता कानपुर की रहने वाली है और आरोपी अंशू मौर्य से उसकी मुलाकात करीब साढ़े तीन साल पहले हुई थी। आरोप है कि अंशू ने महिला को शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण किया और फिर अपनी बहन की शादी के नाम पर 5.6 लाख रुपये हड़प लिए। जब महिला ने शादी और पैसे की मांग की तो आरोपी ने इनकार कर दिया।
महिला ने इसके बाद आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म, मारपीट और धोखाधड़ी की FIR दर्ज कराई थी, जिस पर पुलिस ने अंशू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन जमानत पर रिहा होते ही आरोपी ने फिर वही दरिंदगी दोहराई।
आरोपी फरार, पुलिस कर रही तलाश
फिलहाल आरोपी अंशू मौर्य फरार है और पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। इस मामले ने उत्तर प्रदेश की महिला सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। सवाल यह भी है कि आखिर कैसे एक गंभीर अपराध में आरोपी व्यक्ति जमानत पर छूटते ही पीड़िता के खिलाफ दोबारा अपराध कर बैठा?