उत्तर प्रदेश सरकार और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने राज्य के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) को पूंजी जुटाने में सहायता देने के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत MSME अब NSE इमर्ज प्लेटफॉर्म के माध्यम से आईपीओ लाकर धन जुटा सकेंगे।

उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में लगभग 96 लाख एमएसएमई कार्यरत हैं। राज्य सरकार इन उद्यमों को वित्तीय और तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। एमएसएमई नीति 2022 के तहत स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्धता के लिए 5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता भी प्रदान की जा रही है। यह समझौता प्रदेश के एमएसएमई को सशक्त बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा, जिससे न केवल पूंजी जुटाने में मदद मिलेगी बल्कि उनकी बाजार पहुंच भी व्यापक होगी।

NSE इमर्ज: MSME के लिए विशेष प्लेटफॉर्म

NSE इमर्ज एनएसई का विशेष मंच है जो MSME को पूंजी बाजार से जोड़ने का अवसर देता है। इससे उद्यमों को पब्लिक फंडिंग, ब्रांड की विश्वसनीयता और नए निवेशकों तक पहुंच जैसे लाभ मिलते हैं।

सेमिनार और कार्यशालाओं के माध्यम से जागरूकता

NSE, उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से राज्य भर में सेमिनार, जागरूकता सत्र, रोड शो, और एमएसएमई कैंप आयोजित करेगा। इन कार्यक्रमों के माध्यम से उद्यमियों को सूचीबद्ध होने की प्रक्रिया और आईपीओ के माध्यम से पूंजी जुटाने के बारे में मार्गदर्शन दिया जाएगा।

MoU पर वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में हस्ताक्षर

यह एमओयू प्रबंध निदेशक, यूपीएसआईसी राज कमल (आईएएस) और एनएसई की सीनियर मैनेजर निधि महेश्वरी के बीच संपन्न हुआ। इस अवसर पर प्रमुख सचिव, एमएसएमई आलोक कुमार (आईएएस) और सचिव प्रांजल यादव (आईएएस) भी उपस्थित रहे।

MSME के लिए बड़ा अवसर

प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उद्योग मंत्री राकेश सचान के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार MSME को एक मजबूत और अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान कर रही है। इस एमओयू से एमएसएमई को इक्विटी बाजार में पहुंच मिलेगी, जिससे वे अपने व्यवसाय को विस्तार दे सकेंगे।”

NSE का अनुभव और सफलता

श्रीराम कृष्णन, चीफ बिजनेस डेवलपमेंट ऑफिसर, NSE ने बताया, “अब तक NSE इमर्ज प्लेटफॉर्म पर 612 कंपनियां सूचीबद्ध हो चुकी हैं और उन्होंने कुल ₹17,003 करोड़ से अधिक की पूंजी जुटाई है। उनका कुल बाजार पूंजीकरण लगभग ₹1,76,565 करोड़ है। उत्तर प्रदेश के MSME को भी इस मंच का लाभ अवश्य उठाना चाहिए।”

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