KANPUR. मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) कार्यालय में बुधवार को हाईवोल्टेज ड्रामा से भरा दिन देखने को मिला। कोर्ट से स्टे ऑर्डर लेकर पहुंचे निलंबित CMO डॉ. हरिदत्त नेमी ने अपने चेंबर में कब्जा जमा लिया, जिससे नए CMO डॉ. उदयनाथ को पदभार संभालने से पहले पुलिस की मदद लेनी पड़ी।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, डॉ. हरिदत्त नेमी को शासन ने 19 जून को निलंबित कर दिया था, लेकिन उन्होंने इस निलंबन को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में चुनौती दी। कोर्ट ने उनके निलंबन आदेश पर आंतरिक स्टे दे दिया है और अगली सुनवाई 18 अगस्त को निर्धारित की है।
स्टे का हवाला देते हुए डॉ. हरिदत्त सुबह-सुबह कार्यालय पहुंचे और CMO चेंबर में बैठ गए। इस दौरान वहां पहले से मौजूद अधिकारी और स्टाफ असमंजस में पड़ गए। थोड़ी ही देर में नए CMO डॉ. उदयनाथ भी कार्यालय पहुंचे लेकिन उन्हें अपने चेंबर में घुसने से रोका गया।
पुलिस बुलाने पर खुला दरवाजा
स्थिति बिगड़ती देख प्रशासन को पुलिस बुलानी पड़ी। इसके बाद सीएमओ ऑफिस में अधिकारियों की मौजूदगी में डॉ. हरिदत्त को समझाया गया, तब जाकर चेंबर खाली हुआ और डॉ. उदयनाथ ने पदभार ग्रहण किया।
किसे माने वैध CMO?
इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग और कानपुर जिला प्रशासन को असहज स्थिति में डाल दिया है। एक तरफ शासन का निलंबन आदेश, दूसरी तरफ कोर्ट का स्टे, ऐसे में CMO की कुर्सी को लेकर असमंजस बना हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, शासन ने अब कानूनी राय लेने के लिए स्वास्थ्य महानिदेशालय को पत्र लिखा है। तब तक डॉ. उदयनाथ कार्यवाहक CMO के रूप में जिम्मेदारी संभालेंगे। घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग में हलचल मच गई है और यह मामला अब कानूनी पेच में फंसता दिख रहा है।