New Life Hospital case: लखीमपुर से चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है। सोचिए, एक बेबस पति अपनी पत्नी को गोद में उठाकर डीएम दफ्तर पहुंचता है और गुहार लगाता है… “मेरी पत्नी के साथ अन्याय हुआ है।” मामला किसी फिल्मी सीन जैसा है, लेकिन यह हकीकत है।
क्या है मामला?
लखीमपुर के न्यू लाइफ हॉस्पिटल में 25 वर्षीय महिला की डिलीवरी के दौरान ब्लीडिंग होने लगी। परिजनों का आरोप है कि इलाज के नाम पर डॉक्टरों ने बिना सहमति बच्चेदानी निकाल दी। अब पीड़िता कभी मां नहीं बन सकेगी।
पति की पीड़ा
पत्नी की हालत देखकर पति का गुस्सा और दर्द दोनों छलक पड़ा। इंसाफ की आस में वह पत्नी को गोद में उठाकर डीएम कार्यालय पहुंचा और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
आशा वर्कर की भूमिका
पीड़िता को इसी प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराने में स्थानीय आशा वर्कर की भी भूमिका बताई जा रही है। सवाल यह है कि जब सरकारी अस्पताल मौजूद थे तो क्यों निजी अस्पताल भेजा गया?
सीएमओ पर सवाल
किसानों और मरीजों का आरोप है कि सीएमओ की मेहरबानी से निजी अस्पतालों की मनमानी बढ़ी है। लापरवाही के कई मामले सामने आने के बाद भी ठोस कार्रवाई नहीं की जाती।