Hindenburg Research के संस्थापक नैट एंडरसन ने घोषणा की है कि उन्होंने अपनी शॉर्ट-सेलिंग फर्म को बंद करने का निर्णय लिया है। इस खबर ने वित्तीय और व्यावसायिक जगत में हलचल मचा दी है। नैट ने अपनी यात्रा और इस फैसले के पीछे की वजहों को साझा करते हुए एक विस्तृत पत्र लिखा।

लड़ने की चाह ने आगे बढ़ाया

नैट एंडरसन ने बताया कि उन्होंने Hindenburg Research की शुरुआत बिना किसी पारंपरिक वित्तीय पृष्ठभूमि के की थी। उन्होंने कहा, “मेरे पास ना तो कोई वित्तीय बैकग्राउंड था, ना ही कोई आर्थिक संसाधन। जब मैंने शुरुआत की, तो मुझे कई कानूनी मुकदमों का सामना करना पड़ा और मैं लगभग दिवालिया हो गया था। लेकिन मेरे भीतर का जुनून और सच्चाई के लिए लड़ने की चाह ने मुझे आगे बढ़ने की ताकत दी।”

11 लोगों की टीम छोटी लेकिन मजबूत

नैट ने बताया कि उन्होंने एक ऐसी टीम बनाई, जिसमें पारंपरिक फाइनेंस बैकग्राउंड के लोग नहीं थे। उनकी टीम में बारटेंडर जैसे पेशों से आए लोग शामिल थे। उन्होंने कहा, “हमारे पास दुनिया को बदलने की क्षमता थी। हमने लगभग 100 लोगों को न्याय के कटघरे में लाने में मदद की, जिनमें अरबपति और ओलिगार्क्स भी शामिल हैं।”

क्यों लिया बंद करने का फैसला?

नैट ने बताया कि यह फैसला किसी विशेष खतरे, स्वास्थ्य समस्या या व्यक्तिगत कारणों से प्रेरित नहीं है। उन्होंने कहा, “एक समय के बाद एक सफल करियर भी स्वार्थी लगने लगता है। मैंने अब खुद के साथ शांति पाई है। Hindenburg Research मेरे जीवन का एक अध्याय था, लेकिन अब यह मुझे परिभाषित नहीं करता।” साथ ही नैट ने घोषणा की कि वह आने वाले छह महीनों में अपने शोध और जांच के तरीकों को ओपन-सोर्स करेंगे। उनका उद्देश्य है कि अधिक लोग इस प्रक्रिया को सीखें और दुनिया में बदलाव लाएं।

क्या हैं आगे की योजनाएं?

नैट ने कहा कि उनकी टीम के कुछ सदस्य अपनी खुद की रिसर्च फर्म शुरू करेंगे, और वह इसका समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा, “मैं अब अपनी पत्नी और परिवार के साथ समय बिताना चाहता हूं और जीवन के सरल आनंदों का अनुभव करना चाहता हूं।” अपने पत्र के अंत में, नैट ने अपनी टीम, परिवार, दोस्तों और पाठकों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “आप सभी के समर्थन के बिना यह संभव नहीं था। यह मेरे जीवन की सबसे बड़ी यात्रा थी।”

अरबपतियों को हिलाने वाले नैट एंडरसन

बता दें कि, Hindenburg Research ने अपने समय में कई बड़े खुलासे किए और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में एक अहम भूमिका निभाई। नैट का यह निर्णय उनकी यात्रा के एक युग का अंत है, लेकिन यह भी दर्शाता है कि उन्होंने इसे एक सकारात्मक नोट पर समाप्त किया।

16 January 2025 | UP News | Uttar Pradesh Ki Taja Khabar | Samachar Yogi | Akhilesh | Politics

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