आजकल हेल्दी रहने के लिए लोग फिटनेस गोल्स तय कर रहे हैं, जिसमें रोजाना 10 हजार कदम चलने का ट्रेंड भी तेजी से बढ़ा है। यह आदत वाकई फायदेमंद मानी जाती है—वजन कम करने से लेकर दिल की बीमारियों और मानसिक तनाव से बचाव तक में मदद करती है। लेकिन अगर इस वॉकिंग रूटीन में कुछ जरूरी बातों को नजरअंदाज किया जाए, तो फायदे की जगह नुकसान भी हो सकता है।

1. वॉक की क्वालिटी नजरअंदाज करना

कई लोग सिर्फ कदमों की संख्या पूरी करने पर ध्यान देते हैं, जबकि चलने का तरीका उतना ही अहम होता है। गलत पोश्चर या बहुत धीमी चाल से चलने पर शरीर को पूरा फायदा नहीं मिलता, उल्टा मांसपेशियों में दर्द हो सकता है। इसलिए चलते समय गर्दन और पीठ सीधी रखें, हाथों को स्विंग करें और मीडियम स्पीड बनाए रखें।

2. एक जैसी स्पीड और रास्ता

रोज एक ही रूट और स्पीड से चलने पर शरीर उसे अपना लेता है, जिससे कैलोरी बर्न करने की क्षमता घट जाती है। इसलिए कभी तेज तो कभी हल्की गति से चलें और रास्ते में बदलाव करें—जैसे सीढ़ियां या ऊंचाई वाला रास्ता अपनाएं।

3. बिना वॉर्म-अप या कूल-डाउन के चलना

सुबह-सुबह मांसपेशियां एक्टिव नहीं होतीं, ऐसे में बिना स्ट्रेचिंग के चलने से चोट लग सकती है। वॉक से पहले 5-10 मिनट की वॉर्मअप स्ट्रेचिंग और बाद में कूल-डाउन जरूरी है।

4. गलत जूते पहनना

सपोर्टिव और आरामदायक जूतों के बिना लंबी वॉक करने से पैरों में दर्द या घुटनों की समस्या हो सकती है। इसलिए हमेशा सही फुटवियर का चुनाव करें।

5. पानी और रेस्ट को नजरअंदाज करना

वॉक करते समय शरीर में पानी की कमी थकान और चक्कर का कारण बन सकती है। साथ में पानी की बोतल रखें और थोड़ी-थोड़ी देर पर ब्रेक लें।

याद रखें, रोजाना 10 हजार कदम चलना तभी असरदार होगा, जब आप सही तरीके से और सही आदतों के साथ इसे अपनाएंगे।

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