नई दिल्ली: GST दरों में हालिया कटौती से भारत का वाणिज्यिक वाहन (CV) उद्योग FY19 की रिकॉर्ड बिक्री को पार कर सकता है। यह बात Ashok Leyland के MD & CEO शेनु अग्रवाल ने SIAM के 65वें वार्षिक सम्मेलन में कही।
उन्होंने कहा कि MHCV (मध्यम और भारी वाहन) और LCV (लाइट वाहन) सेगमेंट में मध्यम वृद्धि की उम्मीद थी, लेकिन अगर सब कुछ सही रहा, तो इस साल कुल बिक्री FY19 के स्तर को पार कर सकती है। FY19 में CV की बिक्री 10 लाख यूनिट से अधिक थी, जबकि FY25 में यह 9.5 लाख यूनिट रही।
नई क्षमता और निवेश:
Ashok Leyland ने नई क्षमता निर्माण के लिए निवेश की घोषणा की है। चेन्नई स्थित कंपनी अपने फुली बिल्ट बसों की उत्पादन क्षमता को अप्रैल 2026 तक 950 यूनिट से बढ़ाकर 1650 यूनिट प्रति माह करने की योजना बना रही है। इसके अलावा, अलवर और त्रिची प्लांट्स में 120 करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है।
हिंदुजा ग्रुप की कंपनी लखनऊ में नवंबर में नया प्लांट शुरू करेगी और आंध्र प्रदेश के प्लांट को भी पुनर्जीवित किया गया है।
GST और रिप्लेसमेंट मांग का दोहरा फायदा:
अग्रवाल ने कहा, “GST सुधार हर सेक्टर और हर उपभोक्ता को प्रभावित करेगा। लागत कम होगी और ट्रक के उपयोग में वृद्धि होगी।” इसके अलावा, औसत उम्र लगभग 10 साल के MHCV फ्लीट को बदलने का अवसर भी बाजार के लिए बड़ा अवसर है, जिससे 11-12 लाख ट्रकों का रिप्लेसमेंट हो सकता है।
तकनीक और रणनीतिक साझेदारी:
Ashok Leyland ने चीन की CALB के साथ भारत में बैटरी उत्पादन के लिए साझेदारी की घोषणा की है। तमिलनाडु में 7,500 करोड़ रुपये की परियोजना के तहत प्लांट स्थापित किया जाएगा। अग्रवाल ने कहा कि यह साझेदारी अनन्य नहीं है और भविष्य में और साझेदारियों की संभावना है।
उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य अपने R&D सेंटर, उत्पादन प्रक्रिया और सप्लाई चेन को विकसित करना है। यह एक लंबी अवधि की योजना है, न कि केवल 2-3 साल की।”