Action Taken Against 31 Pseudo babas under Operation Kalanemi in Haridwar. हरिद्वार श्रावण मास में भारी भीड़ के बीच हरिद्वार पुलिस ने फर्जी बाबाओं और बहुरूपियों पर शिकंजा कसते हुए ‘ऑपरेशन कालनेमी’ शुरू किया है। इस विशेष अभियान के तहत अब तक 50 से ज्यादा बहुरूपी और 31 भेषधारी बाबाओं को अलग-अलग थाना क्षेत्रों से गिरफ्तार किया जा चुका है।
क्या है ऑपरेशन ‘कालनेमी’?
हरिद्वार पुलिस द्वारा चलाया जा रहा ‘ऑपरेशन कालनेमी’ श्रावण मास के दौरान तीर्थस्थलों पर फर्जी संतों और भेष बदलकर ठगी करने वाले लोगों की पहचान और गिरफ्तारी के उद्देश्य से शुरू किया गया है। नाम ‘कालनेमी’ पौराणिक कथाओं के उस असुर से प्रेरित है जो साधु का वेश धरकर भक्तों को भ्रमित करता था।
धारा 170 बीएनएसएस के तहत कार्रवाई
गिरफ्तार किए गए सभी फर्जी बाबाओं पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 170 बीएनएसएस (Bharatiya Nyaya Sanhita) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। यह धारा खुद को सरकारी अधिकारी या विशेष व्यक्तित्व के रूप में दर्शाकर लोगों को भ्रमित करने या धोखा देने पर लागू होती है।
पुलिस की सतर्कता से भेषधारियों में हड़कंप
हरिद्वार पुलिस की सक्रियता के चलते फर्जी बाबाओं में हड़कंप मच गया है। कांवड़ यात्रा में भीड़ को देखते हुए ये बहुरूपी विभिन्न धार्मिक वेशभूषा में यात्रियों को गुमराह कर रहे थे, जिनमें से कई लोग चंदा वसूलने, तंत्र-मंत्र का झांसा देने और यात्रियों को ठगने में लगे थे।
SSP का बयान
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) ने बताया कि ऑपरेशन कालनेमी के अंतर्गत कड़ी निगरानी, CCTV फुटेज, और मुखबिर तंत्र के जरिए इन भेषधारियों को चिन्हित किया जा रहा है। उन्होंने कहा श्रावण मास की पवित्रता बनाए रखने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु यह अभियान निरंतर जारी रहेगा।