मुंबई : देश की प्रमुख बैंकिंग संस्थाएं ICICI बैंक, Axis बैंक और कार्ड नेटवर्क Mastercard अब DreamFolks Services Ltd से दूरी बनाने की तैयारी में हैं। इन बैंकों ने हवाई अड्डों पर यात्रियों को लाउंज एक्सेस सुविधा सीधे ऑपरेटरों से जोड़ने की योजना शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में अन्य बैंक भी इस राह पर चल सकते हैं।
DreamFolks पर संकट क्यों?
पिछले साल 22 सितंबर 2024 को DreamFolks की सेवाओं में “अचानक और व्यापक व्यवधान” हुआ, जिससे देशभर के हजारों यात्रियों को एयरपोर्ट लाउंज की सेवाओं से वंचित रहना पड़ा। यह समस्या एक दिन में सुलझा ली गई, लेकिन इसने बैंकों और कार्ड कंपनियों को अन्य विकल्प तलाशने पर मजबूर कर दिया।
कौन-कौन बना रहा है दूरी?
- Axis Bank, ICICI Bank, और Mastercard ने DreamFolks के साथ संबंध सीमित करने की तैयारी शुरू कर दी है।
- American Express पहले ही Adani Digital की सेवाओं की ओर रुख कर चुका है।
ड्रीमफोक्स के दावे और विवाद
DreamFolks देश की 90% घरेलू लाउंज मार्केट हिस्सेदारी का दावा करता है। परंतु सितंबर की घटना के दौरान 49 लाउंज और 34 एयरपोर्ट्स पर सेवाएं अचानक ठप हो गईं।
- Adani Group, जो 7 एयरपोर्ट का संचालन करता है, ने कहा कि DreamFolks ने सेवा अनुबंध का उल्लंघन किया।
- Travel Food and Services (TFS) ने कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी थी।
वित्तीय प्रदर्शन पर असर
FY25 में DreamFolks का रेवेन्यू भले ही 14% बढ़कर ₹1,292 करोड़ हो गया हो, लेकिन मुनाफा 5% घटकर ₹65 करोड़ पर आ गया। कंपनी अब नॉन-लाउंज सर्विसेज़ (जैसे स्पा, फूड, एयरपोर्ट ट्रांसफर) से रेवेन्यू बढ़ाने की योजना पर काम कर रही है।
क्या है आगे का रास्ता?
अब कई एयरपोर्ट ऑपरेटर (Adani, GMR, TFS) बैंकों के साथ सीधे संपर्क कर यात्रियों को बेहतर सेवा देना चाहते हैं। इससे DreamFolks की तीसरे पक्ष की भूमिका कमज़ोर हो सकती है।