Delhi: ‘इंडिया एट वर्क 2024’ रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय कंपनियों द्वारा ऑनलाइन जॉब पोस्टिंग में इस वर्ष 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो 12 लाख से अधिक रिक्तियों के साथ एक अभूतपूर्व वृद्धि को दर्शाती है। यह वृद्धि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के बढ़ते उपयोग, लघु और मध्यम व्यवसाय (SMB) क्षेत्र की प्रगति, और टियर 2 और टियर 3 शहरों में व्यवसायों के विस्तार के कारण संभव हो पाई है।
शहरों में 3.5 लाख जॉब पोस्टिंग
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के जॉब मार्केट ने 2024 में जबरदस्त वृद्धि दर्ज की है, जिसमें अपना प्लेटफॉर्म पर जॉब पोस्टिंग में 32 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। यह वृद्धि 500 से अधिक शहरों में 100 प्रतिशत श्रेणियों में 3.5 लाख जॉब पोस्टिंग के पार जा चुकी है। इसने संकेत दिया है कि बड़े उद्यमों ने डिजिटल हायरिंग प्लेटफॉर्म को अपनाया है, खासकर उन शहरों में जो पहले से जॉब मार्केट का केंद्र नहीं थे।
3 शहरों में तीन गुना वृद्धि
दिलचस्प बात यह है कि इस वृद्धि का 45 प्रतिशत हिस्सा टियर 2 और टियर 3 शहरों से आया है, जिनमें जयपुर, लखनऊ, इंदौर जैसे टियर 2 शहरों में 1.5 गुना वृद्धि और वाराणसी, रायपुर, देहरादून जैसे टियर 3 शहरों में तीन गुना वृद्धि देखी गई।
प्रमुख उद्योगों में बढ़ी भर्ती
बीएफएसआई, रिटेल, हेल्थकेयर, आईटी-ईएस, शिक्षा और विनिर्माण जैसे प्रमुख क्षेत्रों में जॉब पोस्टिंग में विशेष वृद्धि देखी गई है। इसके साथ ही, एचडीएफसी एर्गो, रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाइटन जैसी निफ्टी 100 कंपनियों ने प्रमुख भूमिकाओं के लिए भर्ती बढ़ाई है। इसके अलावा, फूड एग्रीगेटर्स, ट्रांसपोर्टेशन और ई-कॉमर्स कंपनियों में गिग भूमिकाओं में 50,000 से अधिक नौकरियां सृजित हुईं।
महिलाओं के लिए अवसरों में वृद्धि
महिलाओं के लिए नौकरी पोस्टिंग में भी साल दर साल 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो लिंग विविधता पर बढ़ते ध्यान को दर्शाता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से हायरिंग में बदलाव
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि AI-संचालित भर्ती तकनीकों का प्रभावी रूप से उपयोग बढ़ा है, जिससे 2.4 लाख जॉब पोस्टिंग का सृजन हुआ। 45 प्रतिशत SMBs ने AI को हायरिंग प्रक्रिया में शामिल किया, जिससे प्रतिभा खोजने का समय 30 प्रतिशत कम हुआ और हायरिंग की लागत में 25 प्रतिशत की कमी आई।
रोजगार के दृष्टिकोण से SMB क्षेत्र की भूमिका
भारत का SMB क्षेत्र, जिसमें 63 मिलियन से अधिक उद्यम शामिल हैं, अब प्रमुख आर्थिक चालक बन चुका है। यह क्षेत्र भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 30 प्रतिशत योगदान देता है और देशभर में लाखों लोगों को रोजगार देता है।
2024 तक, अपना प्लेटफॉर्म पर 9 लाख नौकरियों के अवसर पोस्ट किए जाने की उम्मीद है, जो 2023 के मुकाबले 20 प्रतिशत अधिक हैं।