Uttar Pradesh. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर श्रीरामकथा के समापन सत्र को संबोधित करते हुए सनातन धर्म और भारतीय आस्था के मूल प्रतीकों श्रीराम, श्रीकृष्ण और भगवान शंकर की सार्वकालिक महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने कहा राम, कृष्ण और शंकर के बिना भारत का पत्ता भी नहीं हिल सकता। जो राम विरोधी है, उसकी दुर्गति निश्चित है।
डॉ. लोहिया का हवाला देते हुए समाजवादियों पर हमला
सीएम योगी ने स्वतंत्रता सेनानी और समाजवादी विचारक डॉ. राम मनोहर लोहिया का उद्धरण देते हुए कहा कि लोहिया जी ने कहा था, जब तक भारत में राम, कृष्ण और शंकर की पूजा होती रहेगी, तब तक कोई माई का लाल देश का बाल भी बांका नहीं कर सकता। उन्होंने व्यंग्यपूर्वक कहा कि आज के समाजवादी उनके विचार नहीं मानते और रामभक्तों पर गोली चलाते हैं।
सनातन धर्म की आत्मा को समझने की जरूरत
मुख्यमंत्री ने कहा कि सनातन धर्म केवल उपासना पद्धति नहीं बल्कि एक जीवन पद्धति है। उन्होंने एक मुस्लिम महिला अधिवक्ता के हवाले से कहा कि भारत का धर्म एक है- सनातन। मेरी उपासना इस्लाम है लेकिन धर्म सनातन है।
वेद, वेदव्यास और भारतीय ज्ञान परंपरा की चर्चा
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि भगवान वेदव्यास ने वेदों को संहिताबद्ध कर ज्ञान की परंपरा को सहेजा। उन्होंने कहा दुनिया जब अंधकार में थी, तब भारत में वेदों की ऋचाएं रची जा रही थीं। उन्होंने महर्षि वेदव्यास को ज्ञानपरंपरा पर आरोप लगाने वालों के लिए उत्तर बताया।
पौधरोपण और विकास पर विशेष जोर
सीएम योगी ने कहा कि बुधवार को प्रदेश में 37 करोड़ पौधे रोपकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया गया। उन्होंने कहा कि धरती माता की धमनियों यानी नदियों के किनारे वृक्षारोपण कर हम प्रदूषण और बीमारियों को नियंत्रित कर सकते हैं।
इंसेफेलाइटिस से मुक्ति पर कही अहम बात
उन्होंने इंसेफेलाइटिस को लेकर सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में हजारों बच्चों की मौतें हुई थीं, लेकिन शौचालय और स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था से यह बीमारी अब नियंत्रित होकर समाप्त हो चुकी है।
कार्यक्रम में संत, मंत्री और जनप्रतिनिधि रहे मौजूद
गोरखनाथ मंदिर में हुए इस आयोजन में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, मत्स्य मंत्री संजय निषाद, सांसद रविकिशन, देवीपाटन शक्तिपीठ के महंत, कालीबाड़ी के संत, शिक्षाविद व बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। कार्यक्रम का समापन मुख्यमंत्री योगी द्वारा श्रीरामचरितमानस की आरती के साथ हुआ। कथाव्यास बाबा आचार्य शांतनु जी को सीएम ने आभार स्वरूप सम्मानित किया।