ABVP protest News. रामस्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी में सोमवार को LLB छात्रों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने की घटना ने पूरे जिले में हलचल मचा दी। छात्र प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से कर रहे थे, लेकिन पुलिस की मारपीट और विश्वविद्यालय प्रशासन की कथित अव्यवस्था ने तनाव को चरम पर पहुंचा दिया।
पुलिस कार्रवाई और प्रशासनिक कदम
इस मामले में योगी सरकार ने तुरंत कार्रवाई की। सीओ सिटी हर्षित चौहान को निलंबित कर दिया गया, जबकि नगर कोतवाली प्रभारी आरके राणा और गदिया चौकी के सभी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया। भाजपा जिलाध्यक्ष अरविंद मौर्य ने इसे एकतरफा कार्रवाई बताया और सीओ सिटी एवं गदिया चौकी इंचार्ज के खिलाफ मुकदमे की तहरीर दी।
घायल छात्रों को अस्पताल में बेड नहीं मिलने के कारण नाराज छात्र प्रशासन के सामने खड़े हो गए। डीएम शशांक त्रिपाठी और एसपी अर्पित विजयवर्गीय घायलों का हालचाल जानने अस्पताल पहुंचे, लेकिन नाराज छात्रों ने उन्हें अंदर जाने नहीं दिया। विरोध और नारेबाजी के चलते दोनों अधिकारियों को वापस लौटना पड़ा।
राज्य मंत्री सतीश शर्मा ने रात में अस्पताल पहुंचकर छात्रों से मुलाकात की और उन्हें न्याय का आश्वासन दिया। गंभीर रूप से घायल छात्रों को लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया।
सीएम योगी ने लिया संज्ञान, IG अयोध्या करेंगे जांच
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने LLB छात्रों और ABVP कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज की घटना का संज्ञान लिया है। सरकार ने IG अयोध्या प्रवीण कुमार को मामले की जांच सौंपी और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।
छात्रों का आरोप: यूनिवर्सिटी से धमकी और अवैध फीस
छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन अवैध फीस वसूल रहा है और विरोध करने पर उनके करियर को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी जा रही है। घायल छात्र विनय ने बताया कि यूनिवर्सिटी से जुड़े लोग अभिभावकों को मैसेज भेजकर डराने की कोशिश करते हैं।
सोमवार सुबह करीब 300 LLB छात्र यूनिवर्सिटी के बाहर जमा हुए और ABVP कार्यकर्ताओं ने उनका समर्थन किया। छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय ने 2022 से एग्जाम नहीं कराया है और फिर भी एडमिशन लिया जा रहा है।
पुलिस का पक्ष
पुलिस का कहना है कि छात्रों ने यूनिवर्सिटी के बाहर बने पुलिस चौकी में तोड़फोड़ की और समझाने के बावजूद नहीं माने। इसके बाद एडिशनल एसपी मौके पर पहुंचे और छात्रों को शांत करने की कोशिश की।
विश्वविद्यालय प्रशासन का बयान
रामस्वरूप यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर विकास मिश्र ने बताया कि उनके पास BCI से 2022-23 तक की मान्यता है और 2023-24 की ऑनलाइन मान्यता प्रक्रियाधीन है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए सभी प्रयास कर रहा है।
ABVP कार्यकर्ताओं का आरोप
ABVP कार्यकर्ता सृष्टि सिंह ने बताया कि यूनिवर्सिटी ने अतिरिक्त फीस वसूलने के लिए छात्रों पर दबाव डाला। जब छात्र विरोध कर रहे थे, तो सीओ हर्षित चौहान के साथ कुछ लोग आए और छात्रों पर लाठीचार्ज किया।
एक छात्रा ने कहा कि उन्हें और उनके अभिभावकों को धमकी दी जा रही है। छात्राओं ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन उनकी शिकायतों का जवाब नहीं दे रहा।
प्रदर्शन और नारेबाजी
लाठीचार्ज के बाद सोमवार रात करीब 9 बजे ABVP कार्यकर्ता जिला अधिकारी शशांक त्रिपाठी के आवास पहुंचे और नारेबाजी की। डीएम का पुतला दहन भी किया गया। इसके बाद कार्यकर्ता बाराबंकी पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे, जहां देर रात तक विरोध जारी रहा। कार्यकर्ताओं ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।