समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री आज़म खान आखिरकार 23 महीने बाद सीतापुर जेल से होने वाले हैं। मंगलवार यानि की आज सुबह 7 बजे वे जेल के रिहा होने वाले थे, लेकिन ऐसी खबर है कि कुछ कागजी कार्रवाई बाकी है। इसलिए रिहाई में कुछ देर हो सकती। बहुत मुमकिन है कि यह सुबह 8 से 9 बजे के बीच हो।
जेल से बाहर निकलने के बाद आज़म खान सीधे अपने गृहनगर रामपुर पहुंचेंगे, जहां पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक उनका स्वागत करने के लिए पहले से ही तैयारियों में जुटे हैं।
कई मामलों में बंद थे आज़म खान
आज़म खान पर अलग-अलग मामलों में मुकदमे दर्ज हैं। इनमें भूमि कब्जा, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाना और धोखाधड़ी जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं। लंबे समय तक जेल में रहने के बाद उन्हें कुछ मामलों में अदालत से राहत मिली है, जबकि कुछ केस अभी भी अदालतों में लंबित हैं।
क्वालिटी बार जमीन कब्जा मामला
हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आज़म खान को क्वालिटी बार जमीन कब्जाने के बहुचर्चित मामले में जमानत दी है। यह केस साल 2019 में दर्ज हुआ था।
दरअसल, नवंबर 2019 में रामपुर के सिविल लाइंस कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई थी। आरोप था कि आज़म खान समेत कई लोगों ने धोखाधड़ी, साजिश रचने और सबूत मिटाने जैसे अपराध किए। निचली अदालत ने पहले उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी थी, जिसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया। हाईकोर्ट ने 18 सितंबर को उनकी जमानत मंजूर कर दी।
डूंगरपुर केस में भी मिली थी जमानत
इससे पहले आज़म खान ने डूंगरपुर से जुड़े एक बहुचर्चित केस में भी जमानत याचिका दाखिल की थी। इस पर 12 अगस्त को सुनवाई पूरी हुई और 10 सितंबर को हाईकोर्ट ने उनकी जमानत याचिका स्वीकार कर ली थी।
सियासत में हलचल
आज़म खान की रिहाई से यूपी की सियासत में हलचल मच गई है। सपा कार्यकर्ताओं के बीच इसे एक बड़े उत्साह का विषय माना जा रहा है, वहीं विरोधी पार्टियां उन पर लगातार निशाना साध रही हैं। अब देखने वाली बात होगी कि आज़म खान जेल से बाहर आने के बाद राजनीति में कितने सक्रिय नज़र आते हैं।