अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के क्रैश ने पूरी एविएशन इंडस्ट्री को हिला दिया है। Boeing 787 Dreamliner, जिसे दुनिया का सबसे एडवांस और सेफ एयरक्राफ्ट माना जाता है, महज कुछ सेकंड्स में क्रैश हो गया। अब Boeing की टेक्नोलॉजी, सेफ्टी स्टैंडर्ड और पूरी इंडस्ट्री की जवाबदेही पर सवाल खड़े हो गए हैं।

Dreamliner के क्रैश से जुड़े अहम सवाल :
600 फीट के बाद विमान ऊपर क्यों नहीं जा पाया?

लैंडिंग गियर पूरी तरह से फोल्ड क्यों नहीं हुए?

टेकऑफ के पहले कोई टेक्निकल क्लियरेंस में चूक हुई थी क्या?

Mayday कॉल क्यों अचानक और एकदम अंतिम पलों में आया?

पायलट ने पहले कोई समस्या रिपोर्ट क्यों नहीं की?

क्या फ्यूल लोडिंग में कुछ गड़बड़ी थी?

Boeing 787 Dreamliner का यह पहला फेटल क्रैश क्या किसी बड़े डिज़ाइन फ्लॉ की तरफ इशारा करता है?

फ्लाइट AI171 अहमदाबाद से टेकऑफ के कुछ ही पलों में अनियंत्रित होकर एक मेडिकल कॉलेज परिसर पर जा गिरी। विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें 169 भारतीय और 53 ब्रिटिश नागरिक शामिल थे। हादसा इतना तेज था कि विमान का पिछला हिस्सा पूरी तरह टूट गया और आग लग गई।

क्या कहता है Boeing का ट्रैक रिकॉर्ड?
Boeing 787 Dreamliner को अब तक सबसे सेफ मिड-लॉन्ग रेंज वाइड बॉडी एयरक्राफ्ट माना गया है। लेकिन अब सवाल ये है कि अगर यह सबसे सेफ है, तो फिर AI171 की टेकऑफ के दौरान ही विफलता क्यों हुई?

DGCA, एयर इंडिया और Boeing—तीनों पर अब जबरदस्त दबाव है। पूरे हादसे की फोरेंसिक जांच होगी और यदि डिज़ाइन या मैन्युफैक्चरिंग में गलती पाई जाती है, तो Boeing की वैश्विक साख पर बट्टा लग सकता है।

यह हादसा सिर्फ एक फ्लाइट क्रैश नहीं, बल्कि पूरे विमानन जगत के लिए चेतावनी है। Boeing को अब पारदर्शिता के साथ जवाब देना होगा। क्या Dreamliner वाकई भरोसेमंद है, या इसमें कोई ऐसा छुपा खतरा है जिसे अब तक नजरअंदाज किया गया?

Air India Plane Crash : अहमदाबाद में बड़ा प्लेन हादसा, अब तक इतने लोगों ने गंवाई जान! | Gujarat

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