AAIB Investigation Statement. 12 जून को अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया विमान हादसे के मामले में गुरुवार को विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने एक बयान जारी कर कहा कि जांच प्रक्रिया के निष्कर्ष पर जल्दबाजी करना गलत होगा। इस हादसे में 241 यात्रियों और चालक दल के सदस्य समेत 260 लोगों की मौत हो गई थी। AAIB ने ‘चयनात्मक और अप्रमाणित रिपोर्टिंग’ के जरिए किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने को गैर-जिम्मेदाराना करार दिया और कहा कि इससे जांच प्रक्रिया की साख को खतरा हो सकता है।
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट पर कड़ा रुख
यह बयान वॉल स्ट्रीट जर्नल द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के बाद आया, जिसमें दावा किया गया था कि विमान के कप्तान ने टेक-ऑफ के दौरान दोनों इंजनों के फ्यूल फ्लो को बंद कर दिया था। रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि ब्लैक बॉक्स रिकॉर्डिंग से यह पता चला कि कप्तान सुमीत सबरवाल ने फ्यूल कंट्रोल स्विच बंद कर दिए थे, जिस पर फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर ने हैरान होकर पूछा कि ऐसा क्यों किया गया। कप्तान ने इसका कोई जवाब नहीं दिया और चुप रहे, जबकि सह-पायलट ने घबराहट जाहिर की।
AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट में कोई निष्कर्ष नहीं
AAIB द्वारा पिछले सप्ताह जारी की गई प्रारंभिक रिपोर्ट में कॉकपिट में हुई बातचीत का सारांश था, लेकिन यह नहीं बताया गया कि किस पायलट ने कब और क्या कहा। रिपोर्ट में यह भी नहीं बताया गया कि कौन-सा पायलट स्विच को लेकर सवाल कर रहा था। केवल इतना ही कहा गया कि एक पायलट ने दूसरे से स्विच के बारे में सवाल किया, लेकिन दूसरे पायलट ने इसे करने से इनकार किया।
जांच प्रक्रिया की गरिमा बनाए रखना है जरूरी – AAIB
AAIB ने अपनी जांच प्रक्रिया को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार बताया और कहा कि अभी किसी निष्कर्ष पर पहुंचना उपयुक्त नहीं है। ब्यूरो ने कहा, “कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थान बार-बार अप्रमाणित तथ्यों के आधार पर निष्कर्ष निकालने की कोशिश कर रहे हैं, जो न केवल गैर-जिम्मेदार है, बल्कि जांच प्रक्रिया की निष्पक्षता को भी प्रभावित कर सकता है।”
AAIB की साख और अब तक का रिकॉर्ड
AAIB ने अपने रिकॉर्ड का हवाला देते हुए बताया कि 2012 में इसके गठन के बाद से अब तक 92 दुर्घटनाओं और 111 गंभीर घटनाओं की जांच की जा चुकी है। VT-ANB विमान की यह दुर्घटना अब तक की सबसे गंभीर घटना है और इसकी जांच पूरी सख्ती और पेशेवर तरीके से की जा रही है।
परिजनों की संवेदनाओं का सम्मान जरूरी – AAIB
AAIB ने यह भी कहा कि यह समय मृतकों के परिजनों की संवेदनाओं का सम्मान करने का है और इसे लेकर किसी भी तरह की सार्वजनिक चिंता या क्रोध फैलाने की बजाय संयम रखने की आवश्यकता है। ब्यूरो ने कहा, “यह समझना जरूरी है कि इतनी बड़ी दुर्घटना स्वाभाविक रूप से जन-ध्यान आकर्षित करती है, लेकिन बिना आधार के तथ्य पेश करना ठीक नहीं है।”
अंतिम रिपोर्ट के बाद आएंगे निष्कर्ष
AAIB ने सभी संबंधित पक्षों से अपील की है कि वे जांच पूरी होने और अंतिम रिपोर्ट के आने तक प्रतीक्षा करें। AAIB ने यह भी कहा कि तकनीकी या जनहित से जुड़ी जानकारी मिलने पर वे समय-समय पर अपडेट जारी करेंगे।