भारतीय सीमेंट इंडस्ट्री में ACEM (Ambuja Cements Limited) ने अपनी ताकत और विस्तार के दम पर बड़े बदलाव की राह तय कर ली है। कंपनी तीन साल के भीतर 50% की वृद्धि कर चुकी है और वर्तमान में इसकी उत्पादन क्षमता 104.5 MTPA तक पहुँच चुकी है। कंपनी का लक्ष्य FY28 तक इसे 140 MTPA तक बढ़ाना है।

ACEM ने इस विस्तार में M&A और ऑर्गेनिक ग्रोथ दोनों का सहारा लिया है। कंपनी का मार्केट शेयर तीन साल पहले लगभग 8% था, जो अब 15.5% तक पहुँच चुका है। FY28 और FY30 तक कंपनी का लक्ष्य क्रमशः 18% और 20% मार्केट शेयर हासिल करना है।

कंपनी के मैनेजमेंट के अनुसार, FY26 में फोकस ऑर्गेनिक ग्रोथ पर रहेगा। भारत की सीमेंट इंडस्ट्री GDP की दर से 1.2–1.5 गुना बढ़ने की संभावना रखती है, और ACEM इसका दोगुना रफ्तार हासिल करने का प्रयास कर रही है।

ACEM ने लागत में नेतृत्व बनाए रखने के लिए कई कदम उठाए हैं। FY25 में लॉजिस्टिक्स लागत में 6% की कमी की गई और FY30 तक अतिरिक्त 15% कटौती का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा, कंपनी ग्रीन एनर्जी का उपयोग बढ़ाकर पावर लागत में ~INR 90 प्रति टन की बचत का अनुमान लगा रही है।

कंपनी प्रीमियम सीमेंट पर भी जोर दे रही है, जो FY25 में ट्रेड वॉल्यूम का लगभग 25% है, और इससे प्रति टन INR 400 का प्रीमियम मिल रहा है। ACEM का उद्देश्य FY28 तक EBITDA प्रति टन INR 1,500 तक पहुंचाना है।

विश्लेषकों के अनुसार, ACEM का मजबूत बैलेंस शीट, ऑर्गेनिक ग्रोथ, और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन इसे इंडस्ट्री में लागत-कम नेताओं में से एक बनाता है। इसके अलावा, कंपनी की सार्वजनिक इकाइयों के समेकन से शेयर की वैल्यूएशन बढ़ने की उम्मीद है।

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