Winter Fatigue Reason: सर्दियों के मौसम में आलस, थकान और कमजोरी महसूस करना एक सामान्य समस्या है, जिसे “विंटर फैटिग” (Winter Fatigue) कहा जाता है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जो शारीरिक, मानसिक और पर्यावरणीय होते हैं। आइए जानते हैं कि सर्दियों में यह थकान क्यों महसूस होती है:
सूरज की रोशनी की कमी- सर्दियों में दिन छोटे होते हैं और सूरज की रोशनी कम मिलती है। इसका प्रभाव हमारे शरीर की बायोलॉजिकल घड़ी (circadian rhythm) पर पड़ता है, जिससे शरीर को ऊर्जा मिलनी कम हो जाती है। सूरज की रोशनी से हमें विटामिन D मिलता है, जो हड्डियों, मांसपेशियों और शरीर के ऊर्जा स्तर को बनाए रखने में मदद करता है। जब सूरज की रोशनी कम होती है, तो शरीर में विटामिन D की कमी हो सकती है, जिससे थकान और कमजोरी महसूस होती है।
सर्दी और शरीर की ऊर्जा की खपत- सर्दियों में शरीर को गर्म रखने के लिए ज्यादा ऊर्जा की आवश्यकता होती है। शरीर का तापमान बनाए रखने के लिए अधिक कैलोरी जलानी पड़ती है, जिससे शरीर को ज्यादा थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है।
खाने की आदतों में बदलाव- सर्दियों में लोग ज्यादा तले-भुने और भारी भोजन पसंद करते हैं। ऐसे भोजन से शरीर में ऊर्जा तो मिलती है, लेकिन यह शरीर को अधिक समय तक पचने में समय लेता है और भारीपन का अहसास कराता है। इससे आलस और थकान महसूस हो सकती है। इसके अलावा, विटामिन्स और मिनरल्स की कमी भी हो सकती है, जिससे शरीर कमजोर महसूस करता है।
मनोवैज्ञानिक प्रभाव- सर्दियों में बहुत से लोग मानसिक रूप से भी सुस्त महसूस करते हैं। कम धूप, ठंडा मौसम और घर में ज्यादा समय बिताने के कारण मानसिक स्थिति भी प्रभावित हो सकती है। यह “सर्दियों का अवसाद” (Seasonal Affective Disorder) का कारण बन सकता है, जिसमें व्यक्ति मानसिक रूप से थका हुआ महसूस करता है और उसे ऊर्जा की कमी होती है।
शारीरिक गतिविधियों में कमी- सर्दियों में लोग बाहर कम निकलते हैं और शारीरिक गतिविधियां भी कम हो जाती हैं। सक्रियता की कमी से शरीर में रक्त संचार धीमा हो जाता है और ऊर्जा स्तर घटने लगता है, जिससे थकान और आलस का अनुभव होता है।
हॉर्मोनल बदलाव- सर्दियों में शरीर में मेलाटोनिन (Melatonin) हार्मोन का स्तर बढ़ सकता है, जो नींद और विश्राम के लिए जिम्मेदार है। जब यह हार्मोन ज्यादा बनता है, तो हम ज्यादा थकान और नींद का अनुभव करते हैं।
–क्या करें?–
- सूरज की रोशनी लें: जितना हो सके सूरज की रोशनी में बाहर जाएं। यह विटामिन D के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है और मानसिक स्थिति को बेहतर बनाता है।
- सही आहार लें: सर्दियों में हल्का, पौष्टिक और संतुलित आहार लें, जिसमें फल, हरी सब्जियां और प्रोटीन भरपूर मात्रा में हों।
- शारीरिक गतिविधि बढ़ाएं: सर्दियों में भी नियमित रूप से हल्का व्यायाम, योग या चलने की आदत डालें। यह ऊर्जा को बढ़ाता है और शरीर को सक्रिय रखता है।
- हाइड्रेटेड रहें: सर्दियों में लोग कम पानी पीते हैं, लेकिन शरीर को हाइड्रेटेड रखना जरूरी है। गर्म पानी या हर्बल चाय का सेवन करें।
- मानसिक सेहत का ख्याल रखें: यदि आप मानसिक रूप से सुस्त महसूस करते हैं, तो ध्यान, प्राणायाम या किसी रचनात्मक काम में व्यस्त रहने की कोशिश करें।
- अच्छी नींद लें: पर्याप्त नींद लेने से शरीर को आराम मिलता है और थकान कम होती है।
सर्दियों में आलस और थकान एक सामान्य समस्या हो सकती है, लेकिन सही आहार, शारीरिक सक्रियता और मानसिक संतुलन बनाए रखने से इसे कम किया जा सकता है।