UP Upchunav: उत्तर प्रदेश में 9 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होने वाले है.. इनमें से एक सीट हैं अंबेडकरनगर की कटेहरी सीट.. कटेहरी विधान सभा सीट पर सपा,भाजपा समेत सभी पार्टियों ने इस बार मजबूत दांव चला है. जहां समाजवादी पार्टी ने सांसद शोभावती वर्मा पर भरोसा जताया है तो वही पिछले तीन चुनावों से जारी हार के सिलसिले को तोड़ने के लिए बीजेपी ने बसपा के पूर्व विधायक और मंत्री धर्मराज निषाद को प्रत्याशी बनाया है. इसके अलावा बसपा ने कटेहरी सीट से अमित वर्मा पर दांव खेला हैं..
जातिगत समीकरण को साधने की कोशिश
तीनों ही पार्टीयों ने जातिगत समीकरण को साधने की कोशिश की है. सपा और बसपा दोनों के ही प्रत्याशी निषाद जाति समुदाय से हैं, ऐसे में वोटो का बिकराव हो सकता हैं, जिसका सीधा फायदा भाजपा को मिलेगा.. जिसकी वजह से इस सीट पर उपचुनाव में मुकाबला काफी दिलचस्प नजर आ रहा है.
सपा- शोभावती वर्मा
भाजपा- धर्मराज निषाद
बसपा-अमित वर्मा
अनुसूचित जाति के मतदाता सबसे अधिक
दरअसल, कटेहरी विधानसभा के हर चुनाव में जातीय समीकरण हावी रहता है. यहां सबसे अधिक संख्या अनुसूचित जाति के मतदाता है और दूसरे नंबर पर ब्राम्हण. कटेहरी में लगभग 4 लाख मतदाता है..
कुल मतदाताओं की संख्या
कुल मतदाता-4,00,000
पुरूष मतदाता- 210568
महिला मतदाता- 190306
जातिगत मुद्दों पर लड़ा जाता हैं चुनाव
अंबेडकरनगर की कटेहरी सीट पर चुनावी मुद्दों की बात करें तो रोजगार और बाढ़ यहां का प्रमुख मुद्दा है. भारत समाचार से बात करते हुए युवाओं ने कहा कि यहां बेरोजगारी और विकास की बहुत कमी हैं. यहां पर चुनाव जातिगत मुद्दों पर लड़ा जाता हैं. विकास के नाम पर यहां चुनाव नहीं हो रहा..
नौकरी और विकास के मुद्दे पर युवा देंगे वोट
बता दें कि,जमीनी हकीकत यहां कि यही निकली कि यहां पर लोगों की मांग नौकरी और यहां पर विकास मुख्य मुद्दा हैं.. ऐसे में देखना होगा कि, अब जो उम्मीदवार जीत यहां जीत कर आएंगे वो जनता के मुद्दों पर कितना खरा उतरेंगे..
क्या है जातीय समीकरण?
अनुसूचित जाति- 95,000
ब्राह्मण- 50,000
क्षत्रिय- 30,000
कुर्मी- 45,000
मुस्लिम- 40,000
यादव- 22,000
निषाद- 30,000
मौर्य- 10,000
राजभर- 20,000
बनिया- 15,000
पाल- 7,000
कुम्हार- 6,000
नाई- 8,000
चौहान- 5,000
विश्वकर्मा- 4,000
अन्य- 10,285
लालजी वर्मा के इस्तीफे से खाली हुई सीट
बता दें कि अंबेडकरनगर की कटेहरी विधासभा सीट पर उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने सांसद लालजी वर्मा की पत्नी शोभावती वर्मा को मैदान में उतारा है. यह सीट लालजी वर्मा के इस्तीफे से खाली हुई है.