अयोध्या- अयोध्या में ढांचा गिराने के मामले में आरोपित रहे बजरंग दल के पूर्व प्रदेश संयोजक रमेश प्रताप सिंह के बेटे की अपहरण किया गया और अपहरण के बाद हत्या कर दी गई. हत्या बहुत ही वीभत्स तरीके से की गई.शव को ठिकाने लगाने के लिए सरयू नदी के किनारे दो बोरे में भरकर फेंक दिया गया था.
बता दें कि इस मामले में मृतक शक्ति सिंह के भाई विक्रम प्रताप सिंह की तहरीर पर पूर्व विधायक राना किंकर सिंह के बेटे राना नागेश प्रताप सिंह समेत पांच लोगों पर अपहरण, हत्या व शव को ठिकाने लगाने का मुकदमा नगर थाने में दर्ज किया गया है.
बजरंग दल के नेता रहे रमेश प्रताप सिंह अयोध्या में ढांचा गिराने के मामले में पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्णा आडवानी, उमा भारती, अशोक सिंघल के साथ मुकदमे में आरोपित थे.वह जनपद ही नहीं प्रदेश के बड़े हिंदूवादी नेताओं में शामिल रहे है. कई साल पहले उनकी बीमारी से मृत्यु हो चुकी है.
25 सितंबर को मृतक के भाई विक्रम की तहरीर के मुताबिक उनके बड़े भाई शक्ति गांव के ही ऋषिकेश सिंह के निधन पर उनके दाह-संस्कार में 24 सितंबर को मूहघाट गए थे। वहीं उनके भाई का राना नागेश नाम के व्यक्ति ने अपने साथियों के साथ अपहरण कर लिया था.
उसके बाद हत्या कर शव दो टुकड़े करके उसे बोरे में भर कर दुबैलिया थाना क्षेत्र के सरयू नदी के किनारे तटबंध पर फेंक दिया था.इस मामले की भनक लगते ही पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.फिलहाल पुरानी रंजिश की वजह हत्या की वजह सामने आई है.