बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद अल्पसंख्यक हिंदु समुदाय पर रोजाना अत्याचार की खबरें सामने आ रहे हैं। प्रदर्शनकारियों द्वारा उनके धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है। पूजा स्थलों पर आगजनी की घटना सामने आ रही है। अंतरिम सरकार के गठन के बावजूद भी हिंसा रूक नहीं रही है। वहीं इस मामले पर भारत के साधु-संतों और नेताओं द्वारा जमकर विरोध किया जा रहा है। इसी बीच शिक्षाविदों और इतिहासकारों ने भी बांग्लादेश में चल रहे हिंदू नरसंहार पर अपनी चिंता व्यक्त की है। साथ ही आवाज उठाते हुए भारतीय संसद को खुला पत्र लिखकर बड़ी मांग की है।
शिक्षाविदों और इतिहासकारों ने लिखा खुला पत्र
बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं पर हो रही हिंसा के बीच शिक्षाविदों और इतिहासकारों ने चिंता जाहिर करते हुए भारतीय सांसद को खुला पत्र लिखा है। इस दौरान उनकी तरफ से लगातार हो रही हिंसा को लेकर सदन में प्रस्ताव पेश करने की मांग की गई है। इसके साथ ही उन्होंने इस मामले में भारत सरकार से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की है।
हैरान करने वाला वीडियो आया सामने
वहीं, इस खुले पत्र में उनके द्वारा लिखा गया है कि हाल के दिनों में परेशान कर देने वाली घटनाएं सामने आई हैं। उनमें से एक इस्कॉन मंदिर को जलाना शामिल है। देश भर के कई मंदिरों में तोड़फोड़ करना और दंगाइयों द्वारा हिंदुओं की लिंचिंग का जश्न मनाने वाले वीडियो का प्रसार शामिल है।