उन्होंने कहा कि यह बजट क्रांतिकारी है और कमजोर वर्गों, किसानों और युवाओं का भविष्य उज्ज्वल बनाएगा।
उन्होंने कहा कि यह बजट महाराष्ट्र को नई दिशा देने का संकल्प है।
उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री
वित्त मंत्री ने फरवरी में अंतरिम बजट पेश किया था।
महिलाओं और बेरोजगार युवकों को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए बजट में महत्वपूर्ण प्रावधान किए जाने का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि, “मुख्यमंत्री माझी लड़की बहन योजना, छात्राओं को मुफ्त व्यावसायिक शिक्षा, पात्र परिवारों को प्रति वर्ष तीन सिलेंडर देने वाली मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना, किसानों को दिन में मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने के लिए 15 हजार करोड़ रुपये की परियोजना, कृषि पंपों का उपयोग करने वाले किसानों को मुफ्त बिजली प्रदान करने वाली मुख्यमंत्री बलिराजा बिजली रियायत योजना, सरकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हर साल 50 हजार युवाओं को प्रशिक्षण और समाज के कमजोर वर्गों की गरीबी दूर करने के संकल्प ने इस बजट को विशेष बना दिया है।”
उन्होंने कहा कि छात्राओं को इंजीनियरिंग, फार्मेसी, मेडिकल की शिक्षा के साथ-साथ डिग्री व डिप्लोमा कोर्स के लिए निशुल्क शिक्षा तथा प्रत्येक महिला को 1500 रुपये प्रतिमाह देने जैसे प्रावधान यह साबित करते हैं कि सरकार ने प्रदेश की महिलाओं के प्रति अपनी जिम्मेदारी को दर्शाया है।
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि बजट से साबित होता है कि सरकार किसानों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि प्रति गांव गोदाम जैसी योजनाओं के माध्यम से खाद्यान्न भंडारण का मुद्दा सुलझाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बजट में विभिन्न प्रावधानों के माध्यम से किसानों के जीवन में बदलाव लाया जाएगा, जिसमें कपास और सोयाबीन उत्पादकों को वित्तीय सहायता, सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने के लिए विशेष अभियान और मांग पर सौर पंप शामिल हैं।
इस बात की ओर ध्यान दिलाते हुए कि राज्याभिषेक का जश्न मनाने का निर्णय
उन्होंने कहा कि बजट में प्रत्येक दिंडी (वार्षिक पंढरपुर तीर्थयात्रा में भाग लेने वाले सैनिक) को 20,000 रुपये प्रदान किए गए हैं और मुख्यमंत्री के चिकित्सा राहत प्रकोष्ठ के माध्यम से तीर्थयात्रियों के चिकित्सा उपचार की व्यवस्था करने की घोषणा की गई है तथा निर्मल वारी के लिए प्रावधान किया गया है जो वार्षिक तीर्थयात्री और वारकरी संप्रदाय के प्रति प्रतिबद्धता दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि वार्षिक तीर्थयात्रियों के लिए एक अलग वारकरी महामंडल या अलग निगम स्थापित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर निवेश किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री युवा प्रशिक्षण योजना के तहत प्रति वर्ष दस लाख युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा आईटीआई में उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जिससे युवाओं को लाभ मिलेगा।
संजय गांधी निराधार योजना और श्रवण बाल सेवा राज्य पेंशन योजना के तहत सहायता राशि बढ़ाने को मजबूत कदम बताते हुए मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि समाज के विभिन्न वर्गों के लिए आवास की व्यवस्था करना, दिव्यांगों के लिए आनंद दिघे आवास योजना यह साबित करती है कि राज्य सरकार राज्य में गरीबी हटाने की दिशा में मजबूत कदम उठा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई, पुणे और नागपुर में 449 किलोमीटर मेट्रो रूट, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 23 हजार किलोमीटर सड़क मार्ग का काम, बालासाहेब ठाकरे स्मारक मातोश्री ग्राम पंचायत योजना के तहत ग्राम पंचायतों के भवनों का निर्माण, नगर निगम क्षेत्रों में पीएम ई-बस योजना और अन्य बुनियादी ढांचे के काम बड़े पैमाने पर किए जाएंगे, जिससे राज्य का तेजी से विकास होगा।
महाराष्ट्र विधानसभा का मानसून सत्र गुरुवार (28 जून) को शुरू हुआ और 12 जुलाई तक चलेगा। अगले चार महीनों में होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों से पहले यह आखिरी विधायी सत्र है।