बिहार चुनाव 2025 के कारण उद्योग जगत में एक बड़ी समस्या सामने आई है। चुनावी माहौल और वोटिंग प्रक्रिया के कारण फैक्ट्रियों में मज़दूरों की भारी कमी हो गई है, जिसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ रहा है। उद्योगों के अनुसार, उत्पादन में 20-30% तक की गिरावट देखी जा रही है।
कई सेक्टरों में श्रमिकों की कमी के कारण डिलिवरी टाइम में भी बढ़ोतरी हुई है, जिससे कंपनियों को अपने ग्राहकों को तय समय पर माल नहीं पहुंचा पा रही हैं। इसके अलावा, उद्योगों पर बढ़ते लागत का दबाव भी साफ़ देखा जा रहा है।
इस स्थिति ने कंपनियों को चिंतित कर दिया है, क्योंकि चुनावी कारणों से मज़दूरों की अनुपस्थिति के चलते उत्पादन प्रक्रियाओं में बाधा उत्पन्न हो रही है। इन समस्याओं के समाधान के लिए उद्योग जगत के नेताओं ने सरकार से ध्यान देने की मांग की है।















