पंचांग के अनुसार, प्रतिवर्ष धनतेरस का पर्व कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान धन्वंतरि का प्राकट्य हुआ था। इसलिए इसे धन्वंतरि जयंती के साथ-साथ धन त्रयोदशी भी कहा जाता है।
धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी, कुबेर जी, देवता यमराज और धन्वंतरि जी की पूजा की जाती है। इस दिन सोना-चांदी, वाहन, गणेश-लक्ष्मी मूर्ति, बर्तन, झाड़ू और साबुत धनिया जैसी वस्तुओं की खरीदारी शुभ मानी जाती है। मान्यता है कि पीतल, चांदी या अन्य धातु से बनी चीजें खरीदने से कई गुना अधिक शुभ फल प्राप्त होते हैं।
धनतेरस पूजा और मंत्र-जाप
भगवान धन्वंतरि मंत्र:
ओम नमो भगवते महासुदर्शनाय वासुदेवाय धन्वंतराये:
अमृतकलश हस्ताय सर्व भयविनाशाय सर्व रोग निवारणाय
त्रिलोकपथाय त्रिलोकनाथाय श्री महाविष्णुस्वरूप
श्री धन्वंतरि स्वरूप श्री श्री श्री औषधचक्र नारायणाय नम:
मां लक्ष्मी मंत्र:
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः।
- इस मंत्र का कमलगट्टे की माला से 108 बार जप करना शुभ माना जाता है।
धनतेरस शुभ मुहूर्त 2025
- पहला मुहूर्त: सुबह 8:50 से 10:33 तक
- दूसरा मुहूर्त: सुबह 11:43 से दोपहर 12:28 तक
- तीसरा मुहूर्त: शाम 7:16 से रात 8:20 तक