इस साल करवा चौथ 2025 पर शाम की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5:56 बजे से लेकर शाम 7:10 बजे तक रहेगा। यह समय व्रती महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि इस दौरान ही वे करवा माता की पूजा करेंगी। इसके अलावा, चांद निकलने का समय इस साल लगभग 8:14 बजे है। चंद्रमा का समय देश के अलग-अलग हिस्सों में थोड़ा बदल सकता है। व्रती महिलाएं इस समय के अनुसार चंद्रमा को अर्घ्य देती हैं और फिर व्रत तोड़ती हैं।
आज यानी 10 अक्टूबर 2025 को करवा चौथ का पर्व मनाया जा रहा है। यह व्रत मुख्य रूप से सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और परिवार की खुशहाली के लिए करती हैं। इस दिन करवा माता की पूजा के साथ-साथ भगवान भगवान गणेश सहित शिव परिवार की पूजा की जाती है।
इस व्रत की सबसे बड़ी विशेषता है निर्जला रहना, यानी व्रती महिलाएं सूर्योदय से लेकर रात में चांद को अर्घ्य देने तक अन्न और जल ग्रहण नहीं करतीं। व्रत की कथा के अनुसार, यह व्रत भगवान शिव ने देवी पार्वती को सुनाया, और फिर भगवान श्रीकृष्ण ने वही कथा द्रौपदी को सुनाई, जिसके बाद यह व्रत प्रचलित हुआ।
करवा चौथ में चंद्रमा दर्शन का बहुत महत्व है। रात में चांद को अर्घ्य देने के बाद ही व्रती जल और अन्न ग्रहण करती हैं। चंद्रमा का समय शहर-शहर अलग होता है।
इस साल चंद्रमा दर्शन का समय (2025)
दिल्ली – रात 8:24 बजे
गाजियाबाद – रात 8:22 बजे
लखनऊ – रात 8:20 बजे
नोएडा – रात 8:24 बजे
मेरठ – रात 8:21 बजे
बैंगलुरु – रात 9:10 बजे
पटना – रात 8:05 बजे
मुंबई – रात 9:15 बजे
हरिद्वार – रात 8:17 बजे
गुरुग्राम – रात 8:30 बजे
रोहतक – रात 8:28 बजे
फरीदाबाद – रात 8:24 बजे
सोनीपत – रात 8:26 बजे
हिसार – रात 8:29 बजे
रेवाड़ी – रात 8:28 बजे
वाराणसी – रात 8:10 बजे
लुधियाना – रात 8:23 बजे
देहरादून – रात 8:16 बजे
बीकानेर – रात 8:42 बजे
बठिंड़ा – रात 8:29 बजे
अलवर – रात 8:30 बजे
धर्मशाला – रात 8:15 बजे
जयपुर – रात 8:35 बजे
जम्मू – रात 8:22 बजे
बागपत – रात 8:22 बजे
हापुड़ – रात 8:20 बजे
करवा चौथ के इस पवित्र व्रत में महिलाएं अपने परिवार और पति के सुख-समृद्धि की कामना करती हैं और यह पर्व भारतीय संस्कृति में विवाह और परिवारिक संबंधों का प्रतीक माना जाता है।