लखनऊ में आज बहुजन समाज पार्टी (BSP) की बड़ी रैली आयोजित की गई, जिसमें पार्टी अध्यक्ष मायावती ने जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कांशीराम जी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि आज की भीड़ ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
मायावती ने बीजेपी सरकार का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि रैली स्थल की मरम्मत सरकार ने कराई, और इसके लिए टिकट के पैसे का भी इस्तेमाल किया गया। उन्होंने सपा पर हमला करते हुए कहा कि सपा सत्ता में थी तो PDA की याद नहीं आई, और अब सत्ता से बाहर होते ही इसे याद आ गया।
मायावती ने बहुजन समाज को एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा कि सत्ता की मास्टर चाबी अब बहुजन समाज के हाथ में होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें पूर्ण बहुमत की सरकार बनानी होगी और बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर और कांशीराम का सपना साकार करना होगा।
उन्होंने सपा, बीजेपी और कांग्रेस को जातिवादी पार्टियां बताते हुए कहा कि इनसे सावधान रहना चाहिए। मायावती ने अपनी छवि को धूमिल करने की साजिशों का भी जिक्र किया और कहा कि मुझ पर कई फर्जी केस कराए गए और मुझे CBI के जंजाल में फंसाने की कोशिश की गई।
मायावती ने संविधान को लेकर कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि इमरजेंसी के दौरान संविधान को कुचला गया था। उन्होंने यह भी कहा कि बाबा साहेब को संसद नहीं पहुंचने दिया गया और उन्हें भारत रत्न नहीं दिया गया।
रैली में उन्होंने अपनी पार्टी की ताकत का प्रदर्शन करते हुए कहा कि BSP को सत्ता में लाना बहुत जरूरी है, ताकि समाज के सभी वर्गों का विकास हो सके। उन्होंने कहा कि मुस्लिम, पिछड़ों सहित सभी वर्गों का ध्यान रखा जाएगा और BSP सरकार में रोजगार के लिए पलायन नहीं करना होगा।
मायावती ने गठबंधन को लेकर भी स्पष्ट घोषणा की कि BSP किसी से गठबंधन नहीं करेगी और विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। उन्होंने कहा कि BSP अकेले पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी।
रैली में आकाश आनंद और सतीश चंद्र मिश्रा की मेहनत और योगदान की भी तारीफ की गई, और पार्टी कार्यकर्ताओं से आकाश आनंद के साथ खड़े रहने की अपील की गई।
इस रैली ने यह स्पष्ट कर दिया कि BSP आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी ताकत से समाज के हर वर्ग को साथ लेकर राजनीति में अहम बदलाव लाने की कोशिश करेगी।