चंडीगढ़, 6 अक्टूबर: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज सिख संतों, महापुरुषों और विद्वानों के साथ बैठक कर नवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादर जी के 350वें शहादत दिवस की तैयारियों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने भारत सरकार से मांग की कि गुरु साहिब के शहादत दिवस को राष्ट्रीय स्तर पर मानवाधिकार दिवस के रूप में मनाया जाए। उन्होंने कहा कि इससे धार्मिक निष्पक्षता, अंतर-सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारे को बढ़ावा मिलेगा।
पंजाब सरकार श्री गुरु तेग बहादर मार्ग के निर्माण पर भी विचार करेगी, जो गुरु साहिब के दिल्ली जाने के समय के मार्ग का पंजाब हिस्सा होगा। इसके अलावा, बाबा जीवन सिंह द्वारा गुरु साहिब का पवित्र सीस श्री आनंदपुर साहिब लाने वाले मार्ग को बाबा जीवन सिंह मार्ग के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव रखा गया है। संबंधित राज्यों और केंद्र सरकार से इस मार्ग के निर्माण का अनुरोध किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने स्कूल पाठ्यक्रम में गुरु साहिब के जीवन और दर्शन को शामिल करने, विरासत-ए-खालसा म्यूज़ियम से आपत्तिजनक सामग्री हटाने और बेअदबी विरोधी कानून को सख्ती से लागू करने की प्रतिबद्धता जताई।

350वें शहादत दिवस के अवसर पर राज्य सरकार ने श्रृंखलाबद्ध कार्यक्रमों की रूपरेखा भी तय की है। दिल्ली के गुरुद्वारा सीस गंज साहिब से 25 अक्टूबर को शुरुआत होगी, 1 नवंबर से पूरे राज्य में कीर्तन दरबार आयोजित होंगे, और 18-22 नवंबर के बीच नगर कीर्तन का आयोजन जम्मू, पठानकोट, होशियारपुर होते हुए श्री आनंदपुर साहिब पहुंचेगा। आनंदपुर साहिब में 23-25 नवंबर तक बड़े स्तर पर कार्यक्रम होंगे, जिसमें 12,000 श्रद्धालुओं के लिए ‘चक्क नानकी’ टेंट सिटी, सर्वधर्म सम्मेलन, प्रदर्शनी और ड्रोन शो शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन कार्यक्रमों में गुरु साहिब के जीवन, दर्शन और बलिदान पर मुख्य ध्यान होगा, ताकि देश और दुनिया भर के लोग प्रेरणा प्राप्त कर सकें। बैठक में संत समाज की प्रमुख हस्तियां, कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।