दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान हो गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ने जानकारी दी कि इस बार चुनाव दो चरणों में होंगे। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को 121 सीटों पर होगा, जबकि दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को 122 सीटों पर होगा। कुल 243 विधानसभा सीटों पर होने वाले इस चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
बिहार में इस समय महागठबंधन और एनडीए दोनों ही गठबंधन अपने-अपने सीट बंटवारे पर अंतिम निर्णय नहीं कर पाए हैं। इंडिया गठबंधन में प्रमुख दलों के रूप में भाजपा, जेडीयू, चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी की हिंदुस्तान आवाम मोर्चा और उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं। वहीं महागठबंधन में आरजेडी और कांग्रेस के अलावा मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी, वामपंथी दल और पशुपति पारस की लोक जनशक्ति पार्टी शामिल हैं।
पिछले बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में एनडीए गठबंधन ने जीत हासिल की थी। उस चुनाव में 243 सदस्यीय विधानसभा में एनडीए को 125 सीटें मिलीं जबकि महागठबंधन को 110 सीटों पर जीत हासिल हुई। 2020 में आरजेडी ने 75 सीटें जीतीं, भाजपा को 74 सीटें मिलीं, नीतीश कुमार की जेडीयू ने 43 सीटें जीतीं, कांग्रेस को 19 सीटें, सीपीआईएमएल को 12 सीटें और असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM को 5 सीटों पर सफलता मिली। हालांकि कम सीटें होने के बावजूद एनडीए ने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया।
2022 में नीतीश कुमार ने एनडीए छोड़कर आरजेडी के साथ सरकार बनाई थी, लेकिन मुख्यमंत्री वही बने रहे। इसके बाद 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार ने फिर से एनडीए में शामिल होने का निर्णय लिया। वर्तमान में नीतीश कुमार एनडीए का हिस्सा हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे पूरे राज्य की राजनीतिक दिशा को प्रभावित करेंगे। इस बार चुनाव में दोनों गठबंधनों की रणनीति, सीट बंटवारा और क्षेत्रीय दलों का असर निर्णायक साबित होगा। चुनावी तैयारी पूरी होने के साथ ही मतदान प्रक्रिया और सुरक्षा इंतजामों को लेकर चुनाव आयोग ने विशेष दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं।