RSS 100 Years News. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की शताब्दी के अवसर पर देश को एक ऐतिहासिक तोहफा दिया। उन्होंने इस अवसर पर विशेष स्मारक डाक टिकट और शुद्ध चांदी का स्मारक सिक्का जारी किया, जो संघ की सेवा, समर्पण और राष्ट्र के प्रति योगदान को दर्शाता है।
पीएम मोदी ने इस अवसर पर संघ की सराहना करते हुए कहा कि 1984 में सिख नरसंहार के दौरान कई सिख परिवारों ने स्वयंसेवकों के घरों में शरण ली थी। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब में बाढ़ और हिमाचल, उत्तराखंड और वायनाड में आई प्राकृतिक आपदाओं के समय संघ के स्वयंसेवक सबसे पहले मदद के लिए पहुंचते हैं। कोविड महामारी के दौरान भी संघ की सेवा और साहस को पूरी दुनिया ने देखा।
स्मारक सिक्का : भारत माता और आरएसएस स्वयंसेवकों की छवि
पीएम मोदी ने जारी किए गए सिक्के का विवरण साझा करते हुए कहा कि इस 100 रुपये मूल्य के सिक्के की एक तरफ भारत माता के सामने पारंपरिक मुद्रा में खड़े आरएसएस स्वयंसेवक दिखाए गए हैं। सिक्के के पिछले हिस्से पर सिंह पर बैठी भारत माता की छवि है, जबकि तीन स्वयंसेवक उन्हें सलामी देते हुए नजर आते हैं। सिक्के के आगे की ओर अशोक स्तंभ का शेर अंकित है।

सिक्के पर संघ का बोध वाक्य “राष्ट्राय स्वाहा, इदं राष्ट्राय इदं न मम” भी अंकित किया गया है। पीएम मोदी ने कहा कि यह सिक्का न केवल संघ के 100 साल के गौरव को दर्शाता है, बल्कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार भारतीय मुद्रा पर भारत माता की छवि अंकित होने का भी ऐतिहासिक क्षण है।
विशेष डाक टिकट में संघ के राहत कार्यों का चित्रण
प्रधानमंत्री ने बताया कि इस अवसर पर जारी विशेष डाक टिकट में आरएसएस द्वारा प्राकृतिक आपदाओं के दौरान किए गए राहत कार्यों को भी दिखाया गया है। यह डाक टिकट और स्मारक सिक्का दोनों ही संघ के सेवा, समर्पण और राष्ट्रभक्ति के प्रतीक के रूप में देखे जा सकते हैं।
पीएम मोदी ने कहा, “राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गौरवशाली 100 वर्षों की यात्रा के उपलक्ष्य में, भारत सरकार ने इस विशेष डाक टिकट और स्मारक सिक्का को जारी किया है। यह हमारे देश और संस्कृति के लिए अत्यंत गौरवशाली और ऐतिहासिक क्षण है।”