निवेशक 14 अक्टूबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, योजना का उद्देश्य भारत में एसी और एलईडी उत्पादन को बढ़ावा देना है। |
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने व्हाइट गुड्स सेक्टर (एयर कंडीशनर और एलईडी लाइट्स) के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) स्कीम को फिर से खोल दिया है।
DPIIT के एक प्रेस नोट के अनुसार, चौथा एप्लिकेशन विंडो 15 सितंबर से 14 अक्टूबर, 2025 तक खुली रहेगी।
यह निर्णय मजबूत उद्योग की मांग और बढ़ते निवेशक हित के कारण लिया गया है। भारत के घरेलू बाजार और निवेशकों के विश्वास के कारण सरकार को इस बार अधिक भागीदारी की उम्मीद है।
पहले की तरह ही स्थिति
यह योजना अप्रैल 2021 में अधिसूचित समान शर्तों का पालन करेगी और बाद में संशोधित की जाएगी।
– आवेदन केवल आधिकारिक ऑनलाइन पोर्टल (https://pliwg.dpiit.gov.in/) के माध्यम से प्रस्तुत किए जा सकते हैं।
– समय सीमा के बाद कोई भी आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा।
कौन आवेदन कर सकता है?
– नए निवेशक और साथ ही योजना से पहले से ही लाभान्वित होने वाली कंपनियां आवेदन कर सकती हैं।
– मौजूदा लाभार्थी नए लक्ष्य खंडों में शिफ्ट हो सकते हैं या एक समूह कंपनी के माध्यम से किसी अन्य खंड के लिए आवेदन कर सकते हैं।
– इस दौर में चयनित आवेदकों को केवल FY29 तक शेष वर्षों के लिए लाभ मिलेगा।
– नए निवेशक दो साल तक के लिए प्रोत्साहन प्राप्त कर सकते हैं, जबकि मौजूदा कंपनियों को बदलने वाली श्रेणियों को केवल एक वर्ष के लिए लाभ मिल सकता है।
अब तक की प्रगति
अप्रैल 2021 में योजना के लॉन्च के बाद से, 83 कंपनियों ने 10,406 करोड़ रुपये में शामिल और निवेश किया है।
इसने कई एसी और एलईडी घटकों के स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा दिया है, जो पहले बड़ी मात्रा में आयात किए गए थे।
योजना का उद्देश्य
PLI योजना, 6,238 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ, FY22 से FY29 तक लागू की जा रही है।
इसका लक्ष्य एसी और एलईडी घटकों के लिए एक मजबूत घरेलू आपूर्ति श्रृंखला का निर्माण करना, आयात निर्भरता को कम करना, रोजगार बनाना और अधिक निवेशों को आकर्षित करना है।
अधिकारियों का यह भी कहना है कि कर सुधार और जीएसटी परिवर्तनों ने पहले ही इस क्षेत्र का समर्थन किया है, और यह योजना आत्मनिरभर भारत (आत्मनिर्भर भारत) की दृष्टि से विकास में तेजी लाएगी।