नई दिल्ली: भारत में REITs (Real Estate Investment Trusts) और InvITs (Infrastructure Investment Trusts) का बाजार अगले वर्षों में तेजी से बढ़ सकता है। यह वृद्धि ऑफिस सप्लाई और पैठ में बढ़ोतरी, 12-16% की स्थिर यील्ड, और संस्थागत तथा विदेशी निवेशकों की बढ़ती रुचि से प्रेरित होगी, यह जानकारी Knight Frank India ने दी।
निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प
Knight Frank India के राजीव विजय, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर – गवर्नमेंट और इंफ्रास्ट्रक्चर एडवाइजरी ने Moneycontrol को बताया कि InvITs उच्च यील्ड देने वाले एसेट्स के रूप में उभर रहे हैं।
REITs और InvITs निवेशकों को 6-8% नियमित आय प्रदान करते हैं।
इसके ऊपर 4-8% अतिरिक्त वृद्धि हो सकती है।
कुल मिलाकर, निवेशक 12-16% रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं, जो किसी भी निवेशक के लिए आकर्षक है।
राजीव विजय ने यह भी कहा कि यह एसेट क्लास ऑपरेशनल प्रोजेक्ट्स पर आधारित होने के कारण स्थिरता प्रदान करता है। “InvITs में एसेट्स पहले से ऑपरेशनल हैं, ये आय उत्पन्न करने वाले एसेट्स हैं और उनमें उतार-चढ़ाव कम होता है। इसलिए इसे यील्ड प्ले कहा जाता है।”
निवेशकों की शिक्षा और कर संरचना
विकास को बढ़ावा देने के लिए निवेशकों की शिक्षा और जागरूकता महत्वपूर्ण है। वर्तमान में भारत में यह बाजार म्यूचुअल फंड उद्योग के समान स्थिति में है, जैसा कि 5-7 साल पहले था। राजीव विजय ने यह भी कहा कि यदि REITs और InvITs पर कराधान को सरल बनाया जाए, तो रिटेल निवेशक भी इसमें शामिल हो सकते हैं। “विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक अगर शेयर बाजार से बाहर भी गए हैं, तो बाजार गिरा नहीं क्योंकि रिटेल पैसा आ रहा है। वही पैसा InvITs में भी जा सकता है, जो स्टॉक मार्केट के जोखिम के बिना नियमित यील्ड देती हैं।”
संस्थागत निवेश का महत्व
भविष्य में संस्थागत निवेशकों की भूमिका बढ़ने की संभावना है।
म्यूचुअल फंड्स, बीमा कंपनियों और पेंशन हाउस से अधिक निवेश आने की संभावना।
विदेशी पेंशन फंड्स (कनाडा, मध्य पूर्व और अमेरिका) पहले ही निवेश कर लाभ कमा चुके हैं।
नए सेक्टर और भविष्य की संभावनाएँ
अब तक InvITs मुख्यतः टोल रोड्स, पावर ट्रांसमिशन और रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स से जुड़े हैं।
नए सेक्टर जैसे स्मार्ट मीटरिंग, एयरपोर्ट्स, लॉजिस्टिक्स, रेलवे और डेटा सेंटर में विस्तार की संभावना है।
डेटा सेंटर खासकर तेज़ी से बढ़ते, प्राइवेट सेक्टर-ड्रिवन और लंबे लीज़ वाले प्रोजेक्ट्स होने के कारण प्रमुख रह सकते हैं।